SAAVI JAIN - CBSE 12TH INDIA TOPPER 2025
CBSE Topper 2025: यूपी की सावी जैन ने पूरे देश में किया टॉप, पिता चलाते हैं दुकान; बताया- रोजाना 5 घंटे करती थी पढ़ाई
शामली की हनुमान रोड निवासी सावी जैन ने सीबीएसई परीक्षा में पूरे देश में टॉप किया है। सावी के पिता फर्नीचर की दुकान चलाते हैं। सावी रोजाना पांच घंटे पढ़ाई करती थी और आईएएस बनकर देश सेवा करना चाहती है। अपनी सफलता से उत्साहित सावी का लक्ष्य अब आईएएस बनना है और इसके लिए वह आगे भी पढ़ाई जारी रखेगी।

यूपी की सावी ने पूरे देश में किया टॉप
सावी जैन ने किसी सहपाठी से मुकाबला करने या सोचने के बजाय स्वयं से स्पर्धा रखी। अच्छे से बेहतर होते हुए सर्वोत्तम तक पहुंचने का खुद का मंत्र गढ़ा। स्कूल में क्या पढ़ाया गया। शिक्षक ने क्या बताया, इससे ज्यादा महत्वपूर्ण यह माना कि हमने क्या सीखा।
एनसीईआरटी की किताबों को लगन से पढ़ा और तनावमुक्त रहने के लिए शतरंज खेला। सर्वश्रेष्ठ लक्ष्य तय कर स्वयं से मुकाबला करते हुए शहर के स्काटिश इंटरनेशनल की छात्रा सावी जैन ने देशभर में नाम रोशन कर दिया। उनका लक्ष्य आइएएस बनना है।
पिता की फर्नीचर की है दुकानसीबीएसई 12वीं के मानविकी वर्ग में 500 में से 499 अंक प्राप्त करने वाली सावी जैन के पिता अंकित जैन का फर्नीचर का शोरूम है। मां कविता जैन गृहणी हैं। सावी कहती हैं कि उन्हें कभी उम्मीद नहीं थी कि इतने अच्छे अंक आएंगे। यह मेरे जीवन का पहला लक्ष्य था। इसको मैंने हासिल कर लिया है।
अब मैं अपने अगले लक्ष्य के लिए कार्य करूंगी। इस लक्ष्य को पार कराने में मेरे शिक्षकों, माता-पिता का बहुत योगदान रहा। वह कहती हैं कि उन्होंने अपनी पूरी पढ़ाई एनसीईआरटी की किताबों से की है। रोजाना चार से पांच घंटे पढ़ाई करती थीं। कमजोर टापिक को को समझने के लिए रोजाना चार से पांच बार अभ्यास किया। शतरंज और बैडमिंटन खेलकर स्वस्थ मनोरंजन और एक्सरसाइज भी जारी रखी। छात्र-छात्राओं के लिए संदेश है कि जिस टापिक में डाउट हो, उसे पहले हल करने में जुटें। सावी जैन की इस उपलब्धि से माता पिता काफी खुश हैं। मां कविता जैन का कहना है कि बेटियां प्रत्येक लक्ष्य हासिल करने में सक्षम हैं। हमें अपनी बिटिया पर गर्व है। पिता अंकित कुमार जैन का कहना है कि हमें उम्मीद थी कि हमारी बेटी अच्छा करेगी।
No comments:
Post a Comment
हमारा वैश्य समाज के पाठक और टिप्पणीकार के रुप में आपका स्वागत है! आपके सुझावों से हमें प्रोत्साहन मिलता है कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय किसी प्रकार के अभद्र शब्द, भाषा का प्रयॊग न करें।