एक साल तक ब्रेड खाकर रहीं जिंदा, अब देश को है उस पर गर्व
नई दिल्ली. करनाल की अक्षी गुप्ता ने ऐसा काम किया है जिससे देश को आज उस पर गर्व है. करनाल के गांव सांभली की अक्षी गुप्ता प्रदेश की पहली महिला पायलट हैं, जो जुलाई 2009 से इंडियन कोस्ट गार्ड में बतौर असिस्टेंट कमांडेंट नियुक्त हुईं.
अक्षी की पायलट बनने की कहानी चंडीगढ़ से शुरू होती है. अक्षी का कहना है कि उसका पायलट बनने का सफर आसान नहीं था, लेकिन आज इस मकाम पर पहुंच कर वह खुद पर गर्व महसूस करती है.
लेकिन ट्रेनिंग में मुश्किलें कम नहीं थी, क्यूंकि अक्षी वेजिटेरियन थी और यहां खाने को या तो नॉनवेज या फिर ब्रेड मिलता था. उसने एक साल तक ब्रेड खाकर ही ट्रेनिंग की. उसने कई बार वापस जाने का मन बनाया, लेकिन फिर प्लेन देखकर सोचती कि उसका सपना अधूरा रह जाएगा और फिर अपना सपना पूरा करने में डट जाती. इंडियन कोस्ट गार्ड में वह हरियाणा की पहली महिला पायलट बनीं. कोस्ट गार्ड की हिस्ट्री में अक्षी गुप्ता वो पहली बेटी थी, जिसने 18 सीटर डोरनियर एयरक्राफ्ट उड़ाया था.