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Tuesday, June 28, 2022

Monday, June 27, 2022

NITIN GUPTA - CBDT CHAIRMEN

 NITIN GUPTA - CBDT CHAIRMEN

नितिन गुप्ता केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के अध्यक्ष के रूप में




Thursday, June 23, 2022

DINKAR GUPTA - NIA CHIEF - दिनकर गुप्ता बने एनआइए के डीजी

DINKAR GUPTA - NIA CHIEF - दिनकर गुप्ता बने एनआइए के डीजी

दिनकर गुप्ता बने एनआइए के डीजी, देश की दो प्रमुख एजेंसियों पर पंजाब काडर के डीजी


पंजाब के पूर्व डीजीपी दिनकर गुप्‍ता को जांच एजेंसी एनआइए की डीजी बनाया गया है। दिनकर गुप्ता इस समय पंजाब पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन के चेयरमैन हैं। वह पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी माने जाते थे।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। पंजाब के पूर्व डीजीपी और 1987 बैच के आइपीएस अधिकारी दिनकर गुप्ता को नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआइए) का डायरेक्टर जनरल (DG) नियुक्त किया गया है। उनकी नियुक्ति को आज नियुक्तियों के लिए बनी कैबिनेट कमेटी ने मंजूरी दे दी है। दिनकर गुप्ता इस समय पंजाब पुलिस हाउसिंग कारपोरेशन के चेयरमैन हैं।

पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी रहे दिनकर गुप्ता 2021 के सितंबर माह में चरणजीत चन्नी की सरकार बनने के छुट्टी पर चले गए थे। जब उनकी डीजीपी के रूप में नियुक्ति हुई थी तो वह भी काफी विवादों में रही थी। उनको डीजीपी उस समय लगाया गया जो उनसे दो सीनियर अधिकारी मोहम्मद मुस्तफा और सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय उस समय सेवा में थे, लेकिन सरकार ने यूपीएससी को जो पैनल भेजा उसमें मुस्तफा और चट्टोपाध्याय का नाम शामिल नहीं था।

यूपीएससी ने दिनकर गुप्ता सहित तीन नाम क्लियर कर दिए लेकिन मुस्तफा और चट्टोपाध्याय बाहर रह गए। दाेनों ने ही यूपीएससी के इस फैसले को केंद्रीय प्रशासनिक ट्रिब्यूनल में चुनौती दी और वहां उन्हें राहत मिली लेकिन हाई कोर्ट ने कैट का फैसला रद कर दिया।

कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री रहते हुए जहां वह डीजीपी रहे वहीं उनकी पत्‍नी विनी महाजन पंजाब की मुख्य सचिव थीं। सितंबर 2021 में कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री पद से हटते ही दोनों पर छुट्टी पर जाने का दबाव बढ़ गया। इसी दौरान उन्होंने केंद्रीय डेपुटेशन पर जाने के लिए अप्लाई भी कर दिया।

विनी महाजन उस दौरान ही केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चली गईं, लेकिन दिनकर गुप्ता किसी अच्छे पद मिलने की प्रतीक्षा में थे। उनकी यह प्रतीक्षा आज पूरी हो गई। दिनकर गुप्ता 31 मार्च 2024 यानी उनकी सेवानिवृत्ति की तारीख तक एनआइए के महानिदेशक रहेंगे।

दो प्रमुख एजेंसियों के डीजीपी पंजाब से

दिनकर गुप्ता के एनआईए का डीजी बनने के बाद देश की दो प्रमुख एजेंसियों के डायरेक्टर जनरल अब पंजाब काडर से हो गए हैं। उनके अलावा 1984 बैच के सामंत गोयल भी रॉ के चीफ हैं जो इस समय एक साल के एक्सटेंशन पर हैं।

दिनकर गुप्ता पहले भी केंद्रीय नियुक्ति पर रहते हुए आईबी में रह चुके हैं। इसी कारण जब केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटे तो उन्हें कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इंटेलिजेंस विभाग की जिम्मेवारी सौंपी। उनके पास पंजाब स्टेट इंटेलिजेंस विंग, स्टेट एंटी टेररिस्ट स्कवायड और ऑर्गेनाइज्ड क्राइम यूनिट की सीधी निगरानी भी रही है। पंजाब में आतंकवाद के दौर में दिनकर गुप्ता ने सराहनीय काम किया था।


Wednesday, June 22, 2022

VAISHYA COMMUNITY A GREAT DONOR


VAISHYA COMMUNITY A GREAT DONOR 

आप किसी सरकारी हॉस्पिटल में जाइये। वहाँ आपको किसी दानदाता द्वारा हॉस्पिटल को भेंट की गई बहुत भारी मूल्य की बिल्डिंग या सामग्री दिखेगी। वहीं कहीं इस आशय का बोर्ड भी लगा होगा।

सामान्यतया ये दानदाता भारत के वैश्य समाज से होते हैं।
अग्रवाल, ओसवाल, माहेश्वरी, जैन इत्यादि जिन्हें बनिया कहा जाता है, इन पर लक्ष्मी जी की असीम कृपा रही और उसी सहृदयता से इन्होंने अपनी पूंजी परोपकार में व्यय की।
अस्पताल के अलावा, सरकारी विद्यालय, धर्मशाला, प्याऊ, मठ, मंदिर, पर्यावरण संरक्षण, प्राचीन कुएं, तालाब इत्यादि भी मिलेंगे जिन पर इस #श्रेष्ठिवर्ग की छाप अंकित है।
धर्म को बनाये रखने और बचाये रखने में इनका भी योगदान रहा है।
सम्पूर्ण भारत में इनके द्वारा हजारों करोड़ रुपए की सम्पत्तियां प्रतिवर्ष समाज और राष्ट्र के लिए समर्पित की जाती है। लोककल्याण एवम परोपकार के लिए इनके द्वारा दिया गया धन यदि ठीक से काउंट किया जाए तो यह विश्व का सबसे बड़ा दान का आंकड़ा होगा।
और यह क्यों हुआ?
धर्म प्रेरणा से।
क्योंकि वे "भारत के वैश्य" हैं, कोई बहुराष्ट्रीय कंपनियां नहीं।
फिर भी #स्वतंत्रत_भारत में इन्हें सबसे ज्यादा लांछित किया गया। फिल्मों ने इन्हें सूदखोर, कामुक और लम्पट दर्शाया। पुस्तकों में इन्हें शोषक और पूंजीपति बताया गया है।
और हम, इन्हीं की संपत्तियों का उपयोग करते हुए चटखारे लेकर इनकी निंदा में लिखा गया कम्युनिस्ट वामपंथी साहित्य पढ़ते रहे।
होगा कोई हमसे बड़ा कृतघ्न??? जो इनके अद्भुत त्याग को एक क्षण में भुलाकर हमारे ही शत्रुओं द्वारा लिखी बात को सच मान इनके विरुद्ध खड़े हो गए?
यह अभागा भारत देश और अभागी हिन्दू जाति, घोर शोक और पतन में क्यों नहीं जाएगी, जो सम्पूर्ण निःस्वार्थ व्यवस्था के संचालक वैश्य वर्ग को गाली देने का कोई मौका नहीं चूकते, तथापि आज भी सबसे ज्यादा धन दान, परोपकार और मानव कल्याण के सतत और व्यापक कार्य इन्ही द्वारा किए जा रहे हैं।

#कुमार_एस

Tuesday, June 21, 2022

"धर्मस्य मूलं अर्थः" - THE GREAT VAISHYA

"धर्मस्य मूलं अर्थः" - THE GREAT VAISHYA

वैश्य किसी भी सभ्य राष्ट्र और उसकी समृद्धि का आधार होते हैं। आज भले ही भारत के वामपंथी धनिकों के प्रति नफरत फैलाते हैं पर क्या वैश्यों के बिना आज हमारे वर्तमान भारत की कल्पना संभव थी?
भारत की परंपरा सदैव लक्ष्मी नारायण की पूजा की रही है.... दरिद्र नारायण या गरीबी में भगवान का कांसेप्ट गांधी पता नहीं कहा से ले आये थे? लक्ष्मी के बिना तो नारायण भी अधूरे हैं...
देश का गौरव अंतरिक्ष संस्थान एक वैश्य विक्रम साराभाई की देन है तो बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज भी प्रेमचंद रॉयचंद की देन जो कि ओसवाल वैश्य हैं। भरतवंशियों द्वारा संचालित प्रथम बैंक देने वाले अग्रवाल नवरत्न लाला लाजपत राय थे। देश का प्रथम रोबोट बनाने वाले दिवाकर वैश्य थे। देश मे नवरत्न कंपनिया (सिंघानिया, बजाज, डालमिया, मित्तल, जिंदल, रुइया बिड़ला आदि से लेकर ओला, ओयो, जोमाटो आदि) बनाने वाले वैश्य हैं और भारत की अर्थव्यवस्था वैश्यों के ही कंधो पर टिकी हुई है... यह बात प्राचीन काल से भारत के नीतिनिर्माण करने वाले और राजन्य वर्ग समझता रहा है। लोग कहते हैं कॉरपोरेट्स की सत्ता से सांठ गाठ है लेकिन नहीं देश के सत्तावर्ग को हमारी जरूरत है.. आज ही नहीं बल्कि पुराप्राचीन भारत से भी थी...
भामाशाह और महाराणा प्रताप की जोड़ी विश्व प्रसिद्द है.. राजपूताने में सेठों को विशेष आदर सत्कार प्राप्त था तो पंजाब में भी राजा रंजीत सिंह ने अग्रवालों और जैनों को अमृतसर में बुलाकर बसाया था ताकि अमृतसर भी लाहौर जैसी समृध्दि प्राप्त कर सके... गांधी को भी बिड़ला और बजाज की जरूरत पड़ी थी।
अखंड भारत की कल्पना को साकार करने वाले आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति सूत्र के पहले ही अध्याय में कहा है -
धनिकःश्रोत्रियोराजानदवैिद्यस्तुपंचमः ॥
पंचयत्रनविद्यतेन तत्रदिवसंवसेत् ॥ ९ ॥
अर्थात - घनिक, वेदकाज्ञाता-ब्राह्मण, राजा, नदी, और पांचवां वैद्य ये पांच जहां विद्यमान नर नहीं हैं तहां एकदिनभी वास नहीं करना चाहिये ॥ ९ ॥
चाणक्य ने कहा है धर्मस्य मूलं अर्थः और अशोक सिंघल से लेकर कोठारी बंधुओं और सीताराम गोयल से लेकर बिड़ला परिवार तक वैश्यों ने इसे सिद्ध भी किया। गौमाता के लिए रामकृष्ण डालमिया तो माँ गंगा के लिए स्वामी सानंद (जीडी अग्रवाल) ने अपने प्राणों का उत्सर्ग किया। हिन्दू धर्म की सबसे बड़ी धार्मिक प्रेस बनाई तो जिन्नाह के मुस्लिम लीग के विरोध में लाला लाजपत राय जी ने पंजाबी हिन्दू महासभा बनाई...
यही बात भीष्म पितामह भी महाभारत में कहते हैं -
राजा को चाहिए कि वह देश के धनी व्यक्तियों का सदा भोजन-वस्त्र और अन्नपान आदि के द्वारा आदर सत्कार करे और उनसे विनयपूर्वक कहे, 'आपलोग मेरे सहित मेरी इन प्रजाओं पर कृपादृष्टि रखें। भरतनंदन ! धनी लोग राष्ट्र के मुख्य अंग हैं। धनवान पुरुष समस्त प्राणियों में प्रधान होता है, इसमें संशय नहीं है।
(सोर्स - महाभारत, शांति पर्व , राजधर्मानुशासन पर्व के 88 वें अध्याय के श्लोक 29-31)
आज भले ही नेता नगरी अपनी राजनीति चमकाने के लिए अम्बानी अडानी करें लेकिन कुछ दिन पूर्व ही शरद पवार अडानी का मंच पर सम्मान करते हुए दिखे थे और कुछ माह पूर्व ही ममता बनर्जी भी अडानी के साथ उनके राज्य में निवेश करने की वार्ता के लिए देखीं गयी थीं।
SABHAR- प्रखर अग्रवाल

GOUTAM ADANI - A GAREAT BILLIONIOR

 GOUTAM ADANI - A  GAREAT BILLIONIOR



Sunday, June 19, 2022

DIVYANSHI AGRAHARI - UP BOARD INTER TOPPER - Ist RANK - 2022

DIVYANSHI AGRAHARI - UP BOARD INTER TOPPER - Ist RANK - 2022

वैश्य समाज की होनहार बेटी बहन, पूरे प्रदेश में अपने प्रतिभा और परिश्रम की लोहा मनवाने वाली

UP Board 12th Topper : सफलता की कहानी दिव्यांशी की जुबानी, व्यवसायी की पुत्री कैसे बनी 12वीं में यूपी टॉपर



यूपी बोर्ड परीक्षा में 12वीं में प्रदेश में टॉप करने वाली फतेहपुर की दिव्यांशी ने अपनी सफलता का श्रेय गुरुजनों माता-पिता और अपनी बड़ी बहन को दिया है। उन्होंने बेहतर पढ़ाई के लिए समय प्रबंधन पर जोर दिया है।


फतेहपुर, जागरण संवाददाता। यूपी बोर्ड 12वीं के रिजल्ट आने के साथ ही मेरिट सूची जारी हुई तो फतेहपुर के रेडीमेड व्यवसायी राधेकृष्ण अग्रहरि के घर पर खुशियां की बहार छा गई, उनकी बेटी दिव्यांशी का नाम प्रदेश के टॉपरों में सबसे पहल नंबर था। बेटी के यूपी टॉप करने की जानकारी होते ही बधाइयों का तांता लग गया और शुभकामनाएं देने लोग घरों में पहुंचने लगे। 95.4 प्रतिशत अंक लेकर यूपी टॉप करने वाली दिव्याशी व्याख्याता बनकर शिक्षा के क्षेत्र में योगदान देने का सपना संजोय हैं।

फतेहपुर शहर के जय मां सरस्वती ज्ञान मंदिर राधा नगर की होनहार छात्रा दिव्यांशी ने प्रदेश में टाप करके जिले का मान बढ़ाया है। उन्होंने 600 में से 559 अंक प्राप्त किए हैं। दिव्यांशी के पिता राधेकृष्ण अग्रहरि शहर में साधारण रेडीमेड व्यवसायी हैं। उनकी बड़ी बहन दीक्षा ने वर्ष 2017 में हाईस्कूल की यूपी मेरिट में सातवां स्थान प्राप्त किया था, वहीं 2019 में 12वीं की यूपी मेरिट में पांचवां स्थान प्राप्त किया था। दो छोटी बहनें दिव्या, दीप्ती और भाई जय है। मां जावित्री देवी गृहणी हैं।

दिव्यांशी पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम को अपना आदर्श मानती हैं और व्याख्याता बनकर शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर योगदान देना चाहती है। वह अपनी सफलता का श्रेय गुरुजनों, माता-पिता के साथ बड़ी बहन को देती हैं। वह कहती हैं शिक्षकों के मार्गदर्शन और बड़ी बहन के टिप्स से उन्हें सफलता मिली है। मेहनत, लगन व समय पालन ही सफलता के मूल मंत्र है। कहा, शिक्षा की बेहतरी के लिए नकलविहीन परीक्षाएं कराना स्वागत योग्य कदम है, इससे मेधा का अपनी प्रतिभा दिखाने के अवसर मिल रहे हैं।

दिव्यांशी का कुछ यूं रहा टाइम टेबल

सुबह 4 से 6 बजे तक - विभिन्न विषयों का अध्ययन व लर्निंग

सुबह 6 से 7 बजे तक- दैनिक क्रियाएं

सुबह 7 बजे से दोपहर बाद 3 बजे तक- विद्यालय में पठन-पाठन

दोपहर बाद तीन से चार बजे तक- भोजन व विश्राम

शाम चार बजे से छह बजे तक- खेलकूद व ग्रुप डिस्कशन

शाम छह बजे से रात 11 बजे तक- कठिन विषयों का अध्ययन व नोट्स तैयार करना

    SABHAR: DAINIK JAGRAN  Abhishek Agnihotri

Friday, June 17, 2022

ASHI CHOUKSE - A NEW BORN STAR PLAYER

ASHI CHOUKSE - A NEW BORN STAR PLAYER

भारत में सेठों ने इस बार अपने देश के लिए मेडल्स की झड़ी लगा दी है।

सेठ समाज की बेटी आशी चौकसे ने अपने सहखिलाड़ी स्वप्निल कुसाले के साथ मिलकर अजरबैजान के बाकू में खेले जा रहे आईएसएसएफ शूटिंग वर्ल्ड कप में कमाल दिखाया है।

आशी चौकसे और स्वप्निल कुसाले की जोड़ी ने अजरबैजान के बाकू में खेले जा रहे आईएसएसएफ शूटिंग वर्ल्ड कप में कमाल दिखाया है। उन्होंने 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन मिक्स्ड इवेंट में स्वर्ण पदक जीता है। इन दोनों ने फाइनल में यूक्रेन के सेरही कुलिश और दरिया तिखोवा को 16-12 से हराया।


यह भारत का बाकू शूटिंग वर्ल्ड कप में दूसरा स्वर्ण पदक रहा। इससे पहले सेठ समाज की बेटियों श्रेया अग्रवाल और रमिता जिंदल ने अपनी सहखिलाड़ी इलावेनिल वलारिवान के साथ मिलकर 10 मीटर एयर राइफल महिला टीम इवेंट में स्वर्ण पदक जीता था। इसके अलावा टीम इंडिया ने टूर्नामेंट में तीन रजत पदक भी जीते। पदक तालिका में भारतीय टीम दूसरे नंबर पर रही। पहले स्थान पर कोरियाई टीम रही।


फाइनल में यूक्रेन की जोड़ी ने मजबूत शुरुआत की और भारतीय जोड़ी पर 6-2 की बढ़त बना ली। हालांकि, इसके बाद भारत ने कमबैक किया और अगले आठ में से छह सीरीज में जीत हासिल की और स्कोर 14-10 कर दिया। सेरही और दरिया ने हार नहीं मानी और गैप को 14-12 कर दिया। हालांकि, इसके बाद भारतीय टीम ने अंक हासिल करते हुए मैच अपने नाम किया।

आशी चौकसे को बहुत-बहुत बधाई व शुभकामनाएं व उज्जवल भविष्य की कामना।भगवान श्री नृसिंह नारायण का आशीर्वाद आप दोनों पर हमेशा बना रहे।

सेठ समाज के जो युवा खेलकूद अपना भविष्य देख रहे हो वो आशी से प्रेरणा ले सकते हैं।

MAHESHWARI EDUCATION TRUST

MAHESHWARI EDUCATION TRUST 



AMAN GUPTA - SAMEER MEHTA - BOAT

AMAN GUPTA - SAMEER MEHTA - BOAT 



Thursday, June 2, 2022

KARTIK JAYSWAL IAS - UPSC 2022

KARTIK JAYSWAL  IAS - UPSC 2022


खंडवा के पंडित दीनदयाल पुरम निवासी कार्तिकेय जायसवाल ने संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा 2021 में आल इंडिया लेवल पर 35 वीं रैंक हासिल की है। कार्तिकेय के साथ ही पूरा परिवार इस सफलता से खुश है। 2020 में स्नातक पढ़ाई पूरी होने के बाद वे खंडवा आ गए। घर पर रहकर ही पढ़ाई पूरी की। रोजाना 15 घंटे तैयारी को समय दिया। इस दौरान टीवी देखना छोड़ दिया वहीं मोबाइल का भी आवश्यकता के अनुसार उपयोग किया। 23 वर्ष की उम्र में पहले ही प्रयास से उन्होंने सफलता प्राप्त की व जिले का नाम रोशन किया।

कार्तिकेय ने दसवीं तक खंडवा में पढ़ाई की। 11वीं, 12 की पढ़ाई आंध्र प्रदेश की स्कूल से की। इसके बाद दिल्ली जाकर ग्रेजुएशन पूरा किया। ग्रेजुएशन के दौरान ही यह तैयारी धीरे-धीरे शुरू की। कार्तिकेय की माता मनीषा ने बताया जब वह तैयारी कर रहा था तो पूरे परिवार ने सहयोग दिया। जब वह बीमार होता तो चिंता हो जाती थी। अब बेटा देश सेवा करे यह इच्छा है। कार्तिकेय के पिता आशीष जायसवाल होटल व्यावसायी है। छोटी बहन भूमिका पढ़ाई कर रही हैं। यूपीपीएससी में सफलता मिलने की जानकारी के बाद घर पर स्वजनों व परिचित पहुंचे व सभी को बधाई दी।

यूपीएससी को बनाया लक्ष्य

-12 वीं के बाद दिल्ली पहुंचा। वहां पर धीरे-धीरे सिविल सर्विसेस की तरफ जाने का मन बना। इसके लिए पहले उसे जाना फिर इंटरनेट मीडिया से टापर्स के इंटरव्यू देखे, नोट्स व पुराने पेपर देखकर तैयारी की रणनीति बनाई।

ऐसे की तैयारी

-2020 में स्नातक की पढ़ाई पूरी की। उसके बाद खंडवा आ गया। पूरी तैयारी घर से ही की है। दिन भर में 15 से 16 घंटे तक पढ़ाई की।
इस तरह बनाई रणनीति

- कुल समय का आधा समय आप्शनल सबजेक्ट को दिया। बाकि समय न्यूजपेपर, सामान्य ज्ञान को दिया।

इनसे बनाई रखी दूरी

- टीवी नहीं देखी। मोबाइल में भी आवश्यकता के अनुसार सीनियर्स से बात। इंटरनेट मीडिया से पढ़ाई संबंधित जानकारी ली।

तैयारी करने वालों को मैसेज

- सभी अपने ऊपर भरोसा रखे व अपनी तैयारी को जारी रखे। अपनी तरफ से पूरी मेहनत करें सफलता जरूरद मिलेगी।

SABHAR: NAIDUNIA

MHAHAK JAIN - IAS - 2022 BATCH

 MHAHAK JAIN - IAS - 2022 BATCH

जनपद बागपत की बेटी महक जैन पुत्री श्री प्रदीप जैन ने संघ लोक सेवा आयोग (सिविल सर्विसेज) परीक्षा में सत्रहवाँ स्थान प्राप्त कर अपना, अपने परिवार , बड़ौत नगर और जनपद का नाम पूरे देश मे रोशन किया है l


बेटी को बहुत- बहुत बधाई और उज्जवल भविष्य की हार्दिक शुभकामनाएं l

SAMYAK JAIN - IAS - UPSC BATCH -2022

SAMYAK JAIN - IAS - UPSC BATCH - 2022

सहायक लेखक बनकर मां ने की मदद, दृष्टिबाधित सम्यक 7वीं रैंक हासिल कर अब बनेगा IAS अधिकारी
दिल्ली के रोहिणी सेक्टर 9 में रहने वाले सम्यक जैन ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में 7वां रैंक हासिल किया है। वह इस सफलता का श्रेय अपने परिवार को देते हैं। विशेष रूप से वह अपनी मां के आभारी हैं।


दिल्ली के रोहिणी सेक्टर 9 में रहने वाले सम्यक जैन ने यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में 7वां रैंक हासिल किया है। वह इस सफलता का श्रेय अपने परिवार को देते हैं। विशेष रूप से वह अपनी मां के आभारी हैं। वह बताते हैं कि मैं दृष्टिबाधित हूं और मुझे परीक्षा में एक सहायक लेखक की जरूरत पड़ी और मेरी मां ने यह किया। पूरे परिवार ने मदद की। कोविड की तीसरी लहर थी और मौसम भी खराब था ऐसे में मेरे मामा ने मुझे परीक्षा दिलाई मैं परीक्षा दे रहा था और मामा नीचे बारिश में थे।

सम्यक की मां वंदना जैन और पिता संजय जैन सरकारी कर्मचारी हैं। वह बताते हैं कि जब मैंने अपना स्कूल समाप्त किया तब तक मुझे आंखों में दिक्कत नहीं थी जब मैं 20-21 का हुआ तब मुझे दिक्कत बढ़ी। लिखना पढ़ना सब मुश्किल हो गई। काफी संघर्ष किया। शुरूआती पढ़ाई दिल्ली की थी, फिर 10-12वीं मुंबई से की फिर मैं डीयू के एसओएल से मैंने स्नातक किया। परास्नातक आईआईएमसी से किया और फिर जेएनयू से इंटरनेशनल रिलेशन में पढ़ाई की। जर्नलिज्म में जब गया तो मैं लोगों की दिक्कतों से धरातल पर वाकिफ हुआ। मुझे लगा कि आईएएस सर्विस एक बेहतर मौका दे सकती है लोगों की जिंदगी में बदलाव करने की।

यह पूछे जाने पर कि जो दृष्टिबाधित हैं उनके लिए सिविल सर्विस की तैयारी कितनी मुश्किल या आसान है? सम्यक का कहना है कि दृष्टिबाधित लोगों को इससे घबराने की जरूरत नहीं है। वह अपनी मेहतन से इसे कर सकते हैं। किताबें ऑनलाइन उपलब्ध है। डिजिटल फार्मेट में किताबें ऑनलाइन मुफ्त मिल जाती है। आत्मविश्वास के साथ इसकी तैयारी करने की आवश्यकता है इससे सफलता मिलेगी।

SABHAR : HINDUSTANLIVE

Wednesday, June 1, 2022

SHREYA AGRAWAL- RAMITA JINDAL - GOLD WINNER INSHOOTING WORLDCUP

SHREYA AGRAWAL- RAMITA JINDAL - GOLD WINNER

सेठ समाज की दो बेटियों श्रेया अग्रवाल और रमिता जिंदल ने अपनी सहखिलाड़ी 10 मीटर एयर राइफल टीम स्पर्धा में जीता स्वर्ण पदक।(श्रेया इस फोटो में मध्य में हैं और रमिता जिंदल उनके दाएं तरफ हैं)







अजरबैजान के बाकू में चल रहे आईएसएसएफ विश्व कप में श्रेया अग्रवाल,रमिता जिंदल और इलावेनिल वालारिवान की तिकड़ी ने 10 मीटर एयर राइफल टीम स्पर्धा में गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया।

10 मीटर एयर राइफल टीम स्पर्धा में भारतीय तिकड़ी का कमाल. श्रेया अग्रवाल,रमिता जिंदल और इलावेनिल ने गोल्ड मेडल जीता है।

भारत ने अजरबैजान के बाकू में चल रहे आईएसएसएफ विश्व कप में महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल टीम स्पर्धा में अपना खाता स्वर्ण पदक के साथ खोला। श्रेया अग्रवाल,रमिता जिंदल और इलावेनिल वालारिवान ने स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया।

श्रेया अग्रवाल,रमिता जिंदल और उनकी सहखिलाड़ी की तिकड़ी ने डेनमार्क को 17-5 से हराया पोलैंड को कांस्य पदक मिला।

दुनिया की पूर्व नंबर एक निशानेबाज श्रेया अग्रवाल, रमिता जिंदल और इलावेनिल सोमवार को दो दौर के क्वालिफिकेशन के बाद फाइनल में पहुंची थीं.

पहले क्वालिफिकेशन में उन्होंने 944.4 अंक बनाकर पहला स्थान हासिल किया था। दूसरे क्वालिफिकेशन में डेनमार्क के बाद दूसरे स्थान पर रही थीं।

इस उपलब्धि के लिए श्रेया अग्रवाल और रमिता जिंदल को बहुत-बहुत शुभकामनाएं व उज्जवल भविष्य की कामना।भगवान श्री नृसिंह नारायण का आशीर्वाद आप दोनों पर हमेशा बना रहे।

सेठ समाज के जो युवा खेलकूद अपना भविष्य देख रहे हो वो श्रेया और रमिता से प्रेरणा ले सकते हैं।

RAMITA JINDAL - शूटर रमिता ने जर्मनी में लगाया सोने पर निशाना

RAMITA JINDAL - शूटर रमिता ने जर्मनी में लगाया सोने पर निशाना


धर्मनगरी की शूटर रमिता जिदल ने जर्मनी में आयोजित अंतरराष्ट्रीय जूनियर व‌र्ल्ड कप 2022 सोना पर निशाना लगाकर विश्व भर में अपना और देश का नाम रोशन कर दिया है।

अंतरराष्ट्रीय जूनियर व‌र्ल्ड कप 2022 में अलग-अलग इवेंट में जीते तीन पदक जागरण संवाददाता, कुरुक्षेत्र : धर्मनगरी की शूटर रमिता जिदल ने जर्मनी में आयोजित अंतरराष्ट्रीय जूनियर व‌र्ल्ड कप 2022 सोना पर निशाना लगाकर विश्व भर में अपना और देश का नाम रोशन कर दिया है। रमिता ने इस प्रतियोगिता में एक सोना और दो चांदी के पदक जीते हैं। रमिता की इस उपलब्धि पर खेल प्रेमियों में खुशी की लहर है और लाडवा में उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। इससे पहले भी रमिता ने पिछले दिनों साउथ अमेरिका में आयोजित हुए जूनियर व‌र्ल्ड कप में कांस्य पदक जीता था।

लाडवा की रहने वाली रमिता जिदल कुरुक्षेत्र के सेक्टर 13 में बनी कर्ण शूटिग एकेडमी में अभ्यास करती है। पिछले करीब तीन सालों से रमिता ने पदकों की झड़ी लगा रखी है। जूनियर प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते हुए रमिता ने पहले भी कई पदक जीते हैं। इन्हीं उपलब्धियों के दम पर रमिता ने अंतरराष्ट्रीय जूनियर व‌र्ल्ड कप में अपनी जगह बनाई। यह प्रतियोगिता जर्मनी में आठ से 20 मई तक चलेंगी। रमिता के पिता अरविद जिदल ने बताया कि इस प्रतियोगिता में रमिता ने 10 मीटर एयर राइफल के टीम इवेंट में सोना और मिक्स व व्यक्तिगत मुकाबले में चांदी जीतकर उनका रोशन किया है। उन्होंने बताया कि बेटी के भारत लौटने पर उसका जोरदार स्वागत किया जाएगा।

SABHAR: Jagran

ANKITA AGRAWAL - SUCCESSFUL TOPPER CANDIDATE IAS UPSC AIR - 2

ANKITA AGRAWAL - SUCCESSFUL TOPPER CANDIDATE IAS UPSC AIR - 2

UPSC Topper 2021 Ankita Agarwal (Air 2): आईआरएस अंकिता तीसरे प्रयास में बनीं सेकंड टॉपर, अब आईएएस बन, करेंगी ये काम

UPSC Civil Services Result 2nd Rank holder Ankita Agarwal: अंकिता अपने पहले ही प्रयास में आईआरएस (Indian Revenue Service) में चुनी गई थीं। अब तीसरे प्रयास में न केवल आईएएस बल्कि सिविल सेवा परीक्षा की दूसरी टॉपर बनकर दिखाया है।
 


UPSC Result 2021 Topper Ankita Agarwal: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा 2021 में दूसरा स्थान हासिल करने वाली अंकिता अग्रवाल 2020 बैच की आईआरएस अधिकारी हैं। अंकिता अपने पहले ही प्रयास में आईआरएस (Indian Revenue Service) में चुनी गई थीं। अब तीसरे प्रयास में न केवल आईएएस चुनीं गईं बल्कि सिविल सेवा परीक्षा की दूसरी टॉपर बनकर इतिहास भी रच दिया है।

महिला सशक्तीकरण के लिए काम करने की चाहत : अंकिता

2020 बैच की भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क और केंद्रीय उत्पाद शुल्क) अधिकारी अग्रवाल वर्तमान में हरियाणा के फरीदाबाद में राष्ट्रीय सीमा शुल्क, अप्रत्यक्ष कर और नारकोटिक्स अकादमी (NACIN) में तैनात हैं। अंकिता का कार्यकाल अभी परिवीक्षाधीन है।
सोमवार को परिणाम जारी होने और दूसरी टॉपर बनने के बाद खुशी जाहिर करते हुए अंकिता अग्रवाल ने कहा कि वह भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) में शामिल होने के बाद महिला सशक्तीकरण और प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा के लिए काम करना चाहेंगी।

मैं दूसरी रैंक पाकर बहुत खुश हूं : अंकिता

अंकिता ने अकादमी से ही फोन पर बात करते हुए कहा कि मैं दूसरी रैंक पाकर बहुत खुश हूं। मैंने आईएएस को चुना है और सेवा में शामिल होने के बाद महिला सशक्तीकरण, प्राथमिक स्वास्थ्य और स्कूली शिक्षा क्षेत्रों के लिए काम करना चाहती हूं। कोलकाता की मूल निवासी अंकिता अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में परीक्षा टॉप की है। इससे पहले वह अपने पहले प्रयास में आईआरएस में चुनी गई थी। 
पढ़ने के लिए एक फिक्स रूटीन बनाया

सिविल सेवा परीक्षा 2021 में शीर्ष तीन रैंक हासिल करने वाली महिलाओं पर, जिसके परिणाम संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा दिन में घोषित किए गए थे, अग्रवाल ने कहा कि यह मेरे लिए और पूरे के लिए बहुत गर्व की बात है। देश में महिलाओं ने परीक्षा में शीर्ष तीन स्थान प्राप्त किए हैं।

अपनी तैयारी और सफलता के मंत्र के बारे में पूछे जाने पर अग्रवाल ने बताया कि मैं परीक्षा की तैयारी के लिए अधिक से अधिक घंटे देती थी। एक निश्चित संख्या में घंटे लगाने के बजाय, मैंने एक फिक्स रूटीन कार्यक्रम बनाए रखने की कोशिश की।

SABHAR: AMARUJALA

GAMINI SINGLA (SINGHAL) - UPSC TOPPER RANK - 3

GAMINI SINGLA (SINGHAL) - UPSC TOPPER RANK - 3

UPSC Topper Gamini Singla (Air 3): सेल्फ स्टडी से गामिनी बनीं यूपीएससी टॉपर, दो साल तक रोज इतने घंटे की थी पढ़ाई

UPSC CSE Result 2021 Topper Gamini Singla (Air 3) : अपने दूसरे ही प्रयास में सिविल सेवा परीक्षा पास ही नहीं बल्कि टॉप-3 में जगह बनाने वाली गामिनी ने अपनी सफलता का श्रेय मुख्य रूप से सेल्फ स्टडी और अपने पिता को दिया है।
 

UPSC CSE 2021 Topper Gamini Singla (Air 3): संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की ओर से 2021 के सिविल सेवा परीक्षा परिणाम (CSE Result 2021) जारी कर दिए गए हैं। परिणाम में पंजाब की गामिनी सिंगला ने तीसरी रैंक हासिल की है। अपने दूसरे ही प्रयास में सिविल सेवा परीक्षा पास ही नहीं बल्कि टॉप करने वाली गामिनी ने अपनी सफलता का श्रेय मुख्य रूप से सेल्फ स्टडी और अपने पिता को दिया है।

कड़ी मेहनत से कुछ भी कर सकती हैं महिलाएं : गामिनी

सिविल सेवा परीक्षा 2021 में अपने चयन और तीसरी रैंक हासिल करने से उत्साहित गामिनी सिंगला ने सोमवार को कहा कि महिलाएं अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण के माध्यम से कुछ भी हासिल करने में सक्षम हैं। इस बार संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा घोषित सिविल सेवा परीक्षा 2021 के अंतिम परिणामों में श्रुति शर्मा, अंकिता अग्रवाल और गामिनी सिंगला ने परीक्षा में क्रमशः पहला, दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया है।

देश के विकास और जनकल्याण में योगदान देना हैं

अपने दूसरे प्रयास में सिविल सेवा परीक्षा पास करने को लेकर गामिनी कहती हैं कि मैं बहुत खुश हूं। यह एक सपने के सच होने जैसा है। मैंने भारतीय प्रशासनिक सेवा (Indian Administrative Service) को चुना है। पंजाब के आनंदपुर साहिब से फोन पर बातचीत में गामिनी सिंगला ने कहा कि मैं देश के विकास और लोगों के कल्याण के लिए काम करना चाहती हूं।


दिन में 9-10 घंटे पढ़ाई करती थीं

अपनी सफलता का राज साझा करते हुए गामिनी ने कहती हैं कि वह दिन में 9-10 घंटे पढ़ाई करती थीं। बकौल गामिनी, मैंने पटियाला में विनोद सर से कोचिंग भी ली। परीक्षा की तैयारी के लिए मैंने ज्यादातर समय सेल्फ स्टडी की और आखिर में मैं सफल हो गई। गामिनी ने कहा कि मेरे पिता ने परीक्षा की तैयारी में मेरी मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गामिनी के माता-पिता हिमाचल प्रदेश सरकार में चिकित्सा अधिकारी के तौर पर कार्यरत हैं।

यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2021 में 685 उम्मीदवार क्वालीफाई

परीक्षा में शीर्ष तीन रैंक प्राप्त करने वाली महिलाओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि महिलाएं अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण के माध्यम से कुछ भी हासिल करने में सक्षम हैं। गामिनी ने कंप्यूटर विज्ञान में बीटेक किया हुआ है।उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा के लिए वैकल्पिक विषय के रूप में समाजशास्त्र को चुना था। बता दें कि यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा 2021 के अंतिम परिणाम में कुल 685 उम्मीदवारों - 508 पुरुषों और 177 महिलाओं ने क्वालीफाई किया है। आयोग ने विभिन्न केंद्रीय सेवाओं में नियुक्ति के लिए उनके नामों की सिफारिश भी कर दी है।

SABHAR: AMARUJALA  

MRIDUL SHIVHARE - SUCCESSFUL IAS CANDIDATE - 2022

 MRIDUL SHIVHARE - SUCCESSFUL IAS CANDIDATE - 2022



VAISHYA UPSC - IAS LIST - 2022

VAISHYA UPSC - IAS LIST - 2022

यूपीससी द्वारा जारी रिजल्ट जिसमे वैश्य समाज ने अपना परचम लहराया अभी इसमे कम से कम 20-25 नाम छूटे है उनको भी मेंशन किया जाएगा

सभी को वैश्य समाज की ओर से हार्दिक शुभकामनाएं आप सभी देश व समाज का नाम ऐसे ही रोशन करते रहे 

नाम              रैंक

1-अंकिता अग्रवाल 2
2-गामिनी सिंगला 3
3-सम्यक जैन 7
4-अभिनव जैन. 14
5- महक जैन 17
6-सक्षम गोयल 27
7-नमन गोयल 30
8-कार्तिकेय जायसवाल 35
9-रवि कुमार 38
10-कुशल जैन 40
11-नमन कुमार सिंगला 47
12-अंकुर दास 52
13-अर्पित संगल 53
14-अर्पित गुप्ता -54
15-मुकुल जैन 59
16-पार्थ गुप्ता 72
17-सुरभि सिंगला 75
18-सुरभि गोयल 78
19-निखिल महाजन 80
20-ईशु अग्रवाल 81
21-आशीष भगत 85
22-गौरब कुमार अग्रवाल 86
23-अमन अग्रवाल 88
23-अंकित कुमार चौकसी 89
24-वृष्टि जैन 119
25-लम्बिका जैन 128
26-अंतरिक्ष जैन 130
27-ट्विंकल जैन 138
28-नवदीप अग्रवाल 150
29-नेहा जैन 152
30- प्रतीक अग्रवाल 156
31-हिमानी सिंघल 160
32-तरुन गोयल 166
33-शिवांगी गोयल 177
34-आयुषी जैन 178
35-अमृत जैन 179
36-लोविष गर्ग 184
37-समीक्षा रत्नेश चंद जैन 186
38-अर्चिता मित्तल 188
39-मयूर खंडेलवाल 198
40-पूजा साहू 199
41-अर्जित महाजन 204
42-दिव्यंजली जैसवाल 216
43-कांची सिंघल 223
४४- तन्मयी सुहास देसाई २२४
44-संचित गुप्ता 237
45-उत्कर्ष खण्डेल 243
46-मृदुल शिवहरे 247
47-राहुल बंसल 251
48-अभिषेक अग्रवाल 254
49-शुभम बजाज 256
50-अर्चिता गोयल 257
51-रविन्द्र कुमार गुप्ता 259
52-अभिनव जैन 269
53- अनूप गर्ग 270
54-कार्तिक कंसल 271
55-अभी जैन 282
56-रचित कुमार गुप्ता 286
57-प्रतीक जैन 290
58-दक्ष जैन 293
59-निधि गोयल 298
60-हार्दिक अग्रवाल 302
61-प्रेक्षा अग्रवाल 303
62-दीपक रामचन्द्र सेठ 311
63-चिराग मेहता 312
64-आशिमा गोयल 320
६४- विवेक कुमार मोदी ३२६
६५- आकर्ष सोनी ३४२
65-राहुल बंसल 377
66-उमेश गोयल 388
67-आयुष कुमार शिवहरे 391
६७- ईशान सोनी ३९९
६८- शिवम् धाकड़ ४०२
68-केशव गुप्ता 439
69-वैशाली जैन 440
70-एकांत जैन 443
71-पारस गर्ग 445
72-मनीष अग्रवाल 446
७३- रोहित कुमार शाह ४६६
73-नेहा गोयल 476
74-सविता गोयल 479
75-मुकेश कुमार गुप्ता 499
76-सानु कुमार भगत 505
77-मानस रंजन साहू 513
78-मनोज शाह 540
79-पौरुष अग्रवाल 542
80-नीरज शाह 550
81-अनुराधा अग्रवाल 598
82-नयन रंजन दास 614
83-आयुषी कलवार 618
91-मयंक मेघवाल 638
९२ - दीपशिखा बिडला ६६१
93-दव्य गोयल 680
94-रवि साहा
९५-उमाशंकर प्रसाद १३७