ब्रिटेन में रह रहे भारतीय मूल के 13 वर्षीय छात्र ध्रुव गर्ग ने लंदन में आयोजित मेन्सा आईक्यू टेस्ट में सर्वाधिक संभव अंक प्राप्त किए हैं। उसे इस टेस्ट में 162 अंक मिले जो महान वैज्ञानिक आइंस्टीन और स्टीफन हॉकिंस से भी ज्यादा है। हालांकि आइंस्टीन और हॉकिंस ने कभी आईक्यू टेस्ट नहीं दिया, लेकिन उनका अनुमानित आईक्यू लेवल 160 माना जाता है। इस उपलब्धि के साथ ध्रुव ने दुनिया के सबसे तेज दिमाग वाले शार्ष एक फीसदी लोगों में अपनी जगह बना ली है। वह इस साल मेन्सा आईक्यू टेस्ट में सबसे ज्यादा अंक पाने वाला प्रतिभागी है। मेन्सा की सदस्यता उन्हीं को मिलती है जो इसके तय इंटेलिजेंस टेस्ट में उच्च दो फीसदी का स्कोर हासिल करते हैं। इस टेस्ट में कुल 150 प्रश्न होते हैं।
‘कल्चर फेयर स्केल’ में भी अव्वल
दक्षिण पूर्व इंग्लैंड के वकिंगघम में रहने वाला ध्रुव गर्मी की छुट्टियों के दौरान बोरियत से बचने और अपना समय बिताने का विकल्प तलाश रहा था, तभी उसने फैसला किया कि वह मेन्सा के इस बौद्धिक समाज में शामिल होने की कोशिश करेगा। इसके बाद उसने इस टेस्ट के लिए आवेदन किया और मेन्सा में सर्वोच्च अंक हासिल कर सबको चकित कर दिया। इसके अलावा उसने एक दूसरे टेस्ट ‘कल्चर फेयर स्केल’ में 152 अंक प्राप्त किए जो इस साल सर्वाधिक है। मेन्सा में सर्वोच्च अंक पाने के बाद ध्रुव ने कहा, ‘मैं टेस्ट के परिणाम से हैरान हूं। गर्मी की छुट्टियों में कुछ अलग करने की चाह में मैंने यह टेस्ट दिया था लेकिन ऐसे नतीजे की कल्पना नहीं की थी।’
अकेलेपन के शिकार लोगों के लिए बना रहा एप
ध्रुव सामाजिक रूप से अलग-थलग हुए अकेलेपन के शिकार लोगों के लिए एक एप बना रहा है जिससे उनकी तन्हाई और सामाजिक अकेलेपन को दूर किया जा सके। इस एप की मदद से एक क्षेत्र में रहने वाले लोग नए लोगों से मिलना पसंद करेंगे और आपस में जुड़ सकेंगे। ध्रुव की मां दिव्या ने कहा कि पूरे परिवार को उस पर गर्व है क्योंकि वह समाज के लिए कुछ करना चाहता है।
100 सेकेंड में रयूबिक क्यूब सॉल्व
ध्रुव का पसंदीदा विषय मैथ्सऔर केमिस्ट्री है। क्रिकेट और टेबल टेनिस खेलने का शौकीन ध्रुव किताबें और साइंस जर्नल पढ़ना पसंद करता है। वह पहेलियों को आसानी से हल कर लेता है और कोडिंग का उस्ताद है। उसका दिमाग इतना तेज है कि 100 सेकेंड के भीतर ही रयूबिक क्यूब को पूरी (सॉल्व) कर लेता है।
साभार: हिन्दुस्तान लाइव
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