भगवान् की जाति
भागवत और उसके देवता की जाती पर चर्चा चल रही है... लेकिन भागवत के देवता हैं कौन? क्या भागवत केवल कृष्ण का चरित्र है? लेकिन भागवत के कृष्ण कौन है?
निशीथे तम उद्भूते जायमाने जनार्दने । देवक्यां देवरूपिण्यां #विष्णुः सर्वगुहाशयः । आविरासीद् यथा प्राच्यां दिशीन्दुरिव पुष्कलः ॥
जन्म-मृत्युके चक्रसे छुड़ानेवाले जनार्दनके अवतारका समय था निशीथ । चारों ओर अन्धकारका साम्राज्य था। उसी समय सबके हृदयमें विराजमान भगवान् विष्णु देवरूपिणी देवकीके गर्भसे प्रकट हुए, जैसे पूर्व दिशामें सोलहों कलाओंसे पूर्ण चन्द्रमाका उदय हो गया हो ॥ ❤️
- श्रीमद्भागवत दशम स्कंद अध्याय तृतीया
वास्तव में भागवत तो संपूर्ण विष्णु चरित्र पर ही आधारित है यह बात स्वयं वेद व्यास इसी श्रीमद्भागवत में कहते हैं - एतद् वः कथितं विप्रा #विष्णोश्चरितमद्भुतम् । ❤️ - श्रीमद्भागवत, द्वादश स्कंध 12.2
कृष्ण अवतार केवल दशम स्कंध में वर्णित हैं अन्य ग्यारह स्कन्द में अर्ची, पृथु, लक्ष्मी नरसिंह सीताराम आदि सभी चौबीस अवतार वर्णित हैं जिन्हें भागवत ने लक्ष्मी नारायण का ही अवतार कहा है.. ❤️🙏🏻
भगवान विष्णु का वर्ण क्या होगा? वैसे तो भगवान से ही चारों वर्ण उत्पन्न हुए और भगवान का कोई वर्ण नहीं हैं फिर भी सोचें तो..
देखिए भगवान विष्णु का प्रिय रंग - पीताम्बर.. मनुस्मृति के अनुसार वैश्य का प्रियरंग पीताम्बर.. विष्णु को कौन प्रिय लक्ष्मी.. वैश्यों को कौन प्रिय - लक्ष्मी, विष्णु से ही वैश्य बना.. उनके नामानुसार.. और विष्णु क्या करते हैं अन्न धन आदि द्वारा विश्व का पालन.. विश्वम्भर हैं... विश का मुखिया अर्थात वैश्य होता है.. कृषि वाणिज्य और गोपालन द्वारा अन्न, धन का सृजन वैश्य करते हैं... और तो और जब भगवान ने अपना पूर्णावतार (कृष्ण अवतार) लिया तो दौड़ते हुए नंद बाबा के आंगन में पहुंच गए.. बच्चे को पारिवारिक माहौल ही अच्छा लगता है.. वैश्य वर्ण के कारण उन्हें वैश्य परिवार में ही बचपन अच्छा लगा.. गोपालक होते हैं वैश्य और भगवान का धाम - गोलोक धाम... उनकी प्रिया राधा रानी के पिता का उल्लेख शिव पुराण और ब्रह्मवैवर्त में वृषभानु "वैश्य" ऐसा स्पष्ट है..
52 बुद्धि बनिया और बनिये का दिमाग की अक्सर तारीफ की जाती है और नारायण छलिया हैं.. वैश्य ऐश्वर्यशाली होते हैं लक्ष्मीवान होते हैं और नारायण साक्षात लक्ष्मीपति हैं 😎
भागवत का प्राण गोपिका गीत है और गोपियां कौन हैं? साक्षात् वैश्य कुलोद्भव ❤️🙏🏻
इतनी similarity के बाद अब मैं दावा ठोक देता हूँ... 😜😜
जय गोविंद
लेख साभार प्रखर अग्रवाल जी की फेसबुकवाल से
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