उत्तराँचल वैश्य महाकुम्भ, दिनांक ३/३/१३, दिन रविवार, आप सभी वैश्य बंधू सादर आमंत्रित
प्रिय मित्रो यह चिटठा हमारे महान वैश्य समाज के बारे में है। इसमें विभिन्न वैश्य जातियों के बारे में बताया गया हैं, उनके इतिहास व उत्पत्ति का वर्णन किया गया हैं। आपके क्षेत्र में जो वैश्य जातिया हैं, कृपया उनकी जानकारी भेजे, उस जानकारी को हम प्रकाशित करेंगे।
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जाट भी आ सकते है क्या?
ReplyDeleteभाई मेरे वर्ण व्यवस्था के हिसाब से तो कृषि और खेती बाड़ी वैश्य का कर्म हैं, और जाट जाति एक कृषक जाति हैं. इसीलिए जाट भी तो वैश्य हुए ना.. इसीलिए जाटो का भी स्वागत हैं....
ReplyDeleteप्रवीण जी...मैं भी एक बनिया हू,,बहुत लोग मुझ से कहते हैं की बनियों ने देश के लिए कभि कुछ नहीं किया ,,
ReplyDeleteबस पैसे कमाने के चक्कर में रहते हैं>>
बल्कि वास्तविकता इसके विपरीत हैं'.....
समझाओ सालो को की महाराणा प्रताप भले इतिहास में अमर हो पर उनको अमर करने का श्रेय भामा साह को भी है अब यह मत पूछना यह भामा साह कौन है।
Deleteसभी लोगो का अलग अलग छेत्र होता हैं...
ReplyDeleteAll India Vaish federation ka, India level par sabhi Vaish ko ek saath lane ka karya chal raha hai, ask details to me.
ReplyDeleteCall 8112245908