काजल अग्रवाल
काजल अग्रवाल (जन्म: 19 जून, 1985) एक भारतीय फ़िल्म अभिनेत्री है, जों अधिकतर तेलगू फ़िल्मों में कार्य कर चुकी है। वे तमिल और हिन्दी सिनेमा में भी पदार्पण कर चुकी हैं। इन्होंने अपने अभिनय की शुरुआत एक हिन्दी फिल्म क्यों! हो गया ना... से शुरू की। जिसमें इन्होंने अमिताभ बच्चन, ऐश्वर्या राय और विवेक ओबेरॉय के साथ अभिनय किया था। यह फिल्म 11 अगस्त 2004 को प्रदर्शित हुई थी। इसके बाद ही यह तेलुगू फिल्मों में भी काम करने लगीं।
सफर
अभिनय की शुरुआत (2004 - 08)
काजल ने पहली बार अभिनय वर्ष 2004 में क्यों! हो गया ना... नामक एक हिन्दी फिल्म में दीया की बहन के रूप में एक छोटा सा किरदार निभाकर किया था। इस फिल्म में इनके साथ अमिताभ बच्चन, ऐश्वर्या राय और विवेक ओबेरॉय भी थे। उसके बाद तमिल फिल्म निर्देशक भारतीराजा के बोम्मलत्तममें अर्जुन सरजा के साथ अभिनय किया था। यह फिल्म तय समय से काफी देर में 2008 में सिनेमाघरों में प्रदर्शित हुई थी।
काजल ने पहली बार तेलुगू फिल्म में अभिनय 2007 में तेजा की फिल्म लक्ष्मी कल्याणम में कल्याण राम के साथ मुख्य किरदार के रूप में कार्य किया था,लेकिन यह फिल्म बॉक्स ऑफिस में असफल रही। इसके अगले वर्ष में कृष्णा वाम्सि के द्वारा निर्देशित फिल्म 'चन्दामामा' में यह दिखाई दी। यह फिल्म सकारात्मक समीक्षा के साथ ही इनकी पहली सफल फिल्म बनी।
वर्ष 2008 में इनकी पहली तमिल फिल्म 'पजनी' भी प्रदर्शित हुई,जो पेरारसु द्वारा निर्देशित थी| जिसमें यह सह-कलाकार भरत के साथ दिखाई दी। इसी वर्ष इनकी दो और तमिल फिल्म भी प्रदर्शित हुईं। वेंकट प्रभु की कॉमेडी-थ्रिलर सरोज़ा में काजल ने अथिति भूमिका निभाई और भारतीराजा की फ़िल्म 'बोम्मलत्तम' में भी कार्य किया। यह दोनों ही फिल्म सफल रहीं लेकिन काजल के अभिनय के सफर को और आगे पहुँचाने में असफल रहीं क्योंकि दोनों ही फिल्मों में उनका किरदार कमजोर था। 2008 में रिलीज इनकी दो तेलुगु फिल्में 'पौरुडू' एवं 'अट्टादिसता' बॉक्स ऑफिस में सफल रहीं|
सार्वजनिक मान्यता एवं आलोचनात्मक प्रशंसा (2009 - 11)
काजल अग्रवाल की चार फिल्में 2009 में प्रदर्शित हुईं। सर्वप्रथम इन्होंने तमिल फिल्म 'मोधि विलायुडु' में अभिनय किया जो कि बॉक्स ऑफिस पर असफल रही| इसके बाद काजल ने एस. एस. राजामौली द्वारा निर्देशित उच्च बजट तेलुगु फ़िल्म मगधीरा में राम चरण तेजा के साथ दोहरी भूमिका निभाई। काजल के राजकुमारी के रूप में अभिनय को विशेष प्रशंसा मिली।
तेलुगू फिल्मों में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के श्रेणी में फिल्मफेयर पुरस्कार के लिए इन्हें नामित किया गया था।मगधीरा अधिक कमाई करने में पूरी तरह से सफल हुआ। इसने कई फिल्मों को पीछे छोड़ दिया। यह तेलुगू भाषा का अब तक का सबसे अधिक कमाई करने वाले फिल्मों में सबसे ऊपर आ गया। इस फिल्म की सफलता ने काजल को तेलुगू सिनेमा के मुख्य कलाकारों के स्थान पर पहुँचा दिया। यह फिल्म तमिल भाषा में मावीरन नाम से 2011 में प्रदर्शित हुआ और यह भी कमाई करने में सफल रहा।
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