VAISHYA MAHARATAN
अक्सर लोग बणियों के बारे में बकवास करते हैं कि इन्होंने देश को लूट लिया.. और सरकारी कंपनी का प्रयोग करो प्राइवेट सेक्टर की कंपनी का नहीं... भारत सरकार ने 11 कंपनियों को महारत्न माना है.. उसके बाद आती हैं 13 कंपनियां जिन्हें सरकार ने नवरत्न माना है..
सरकार के 11 महारत्नों में 5 को बनियों ने ही संभाल रखा है.. लगभग आधी यानी..
BHEL - नलिन सिंहल
ONGC - अलका मित्तल
CIL - प्रमोद अग्रवाल
GAIL - मनोज जैन
HPCL- एम. के. सुराणा
बनियों को भारतीय अर्थव्यवस्था का कर्णधार इसीलिए कहा जाता है क्योंकि अर्थव्यवस्था टिकी ही उनके कंधों पर है... चाहे वो कोई से भी सेक्टर हो.. सरकारी कंपनियों में भी हम वैश्य ऊंचे पदों पर काम करते हैं और हमारी ही मेहनत से वो उपक्रम सफल होकर महारत्न, नवरत्न आदि बनते हैं... वैश्यों ने अपनी काबिलियत से ही प्राइवेट फर्म्स भी खड़ी की हैं लेकिन मूर्ख लोगों को समझ नहीं आता.. उन्हीं मूर्खों को तमाचा मारती पोस्ट है ये..
No comments:
Post a Comment
हमारा वैश्य समाज के पाठक और टिप्पणीकार के रुप में आपका स्वागत है! आपके सुझावों से हमें प्रोत्साहन मिलता है कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय किसी प्रकार के अभद्र शब्द, भाषा का प्रयॊग न करें।