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Monday, June 2, 2025

JEE Advanced Topper : AIR 1 Rajit Gupta

JEE Advanced Topper : AIR 1 Rajit Gupta

JEE Advanced Topper : AIR 1 Rajit Gupta JEE Main Rank strategy coaching IIT Bombay BTech CSE target कोटा के राजित बने JEE एडवांस्ड टॉपर


कोचिंग हब कोटा के रहने वाले 18 वर्षीय राजित गुप्ता ने जेईई एडवांस्ड में 360 में से 332 अंक हासिल कर ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल की है। राजित ने जेईई की तरफ तभी कदम बढ़ा दिया था जब वह छठी कक्षा में थे। उनके माता-पिता ने उन्हें एक कोचिंग प्रोग्राम में दाखिला दिला दिया था। सफलता को लेकर उन्होंने कहा, 'इतनी कम उम्र में जेईई कोचिंग शुरू करने से मुझे एक मजबूत बेस बनाने में मदद मिली। शुरू में मेरे माता-पिता को लगता था कि मैं मेडिकल की पढ़ाई करूंगा और मैं भी अपने करियर गोल के बारे में पूरी तरह से पक्का नहीं था। लेकिन उन एक्स्ट्रा क्लासेज ने मुझे स्पष्टता दी। मेरा विजन क्लियर होता गया। जब मैं कक्षा 9 में पहुंचा तब तक मैं अपना लक्ष्य तय कर चुका है।


राजित गुप्ता ने इससे पहले जेईई मेन के जनवरी और अप्रैल दोनों सेशन में 100-100 पर्सेंटाइल हासिल किए थे। उनकी ऑल इंडिया रैंक 16 रही थी। रजित ने 10वीं कक्षा 96.8 प्रतिशत नंबरों से पास की थी। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय कोटा कोचिंग, अच्छे गाइडेंस और पॉजिटिव सोच को दिया है। एलन करियर इंस्टीट्यूट के रेगुलर क्लासरूम स्टूडेंट राजित ने बताया, 'पढ़ाई के दौरान सबसे ज्यादा फोकस रहता था कि गलतियों को रिपीट नहीं करूं, क्योंकि गलतियां दूर होने से ही आपकी सब्जेक्ट में नींव मजबूत होती है। मेरा की-ऑफ सक्सेस है, हैप्पीनेस है। हर हाल में खुश रहता हूं। जब भी मौका मिलता है तो कॉलोनी के बच्चों के साथ खेलता हूं। अपनी तैयारी को लेकर कॉन्फिडेंट रहता हूं।'


जेईई एडवांस्ड टॉपर राजित अकादमिक रूप से एक मजबूत परिवार से आते हैं। उनकी मां डॉ. श्रुति अग्रवाल यूनिवर्सिटी टॉपर थीं और वर्तमान में जेडीबी कॉलेज (कोटा) में गृह विज्ञान विषय की प्रोफेसर हैं। उनके पिता ने कोटा इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक किया था और एनआईटी इलाहाबाद से एमटेक किया था। वह वर्तमान में बीएसएनएल (कोटा) में सब डिविजनल इंजीनियर के रूप में काम करते हैं। राजित को परिवार में शुरू से ही पढ़ाई व अनुशासन का माहौल मिला। रजित के पिता दीपक गुप्ता ने 1994 में राजस्थान प्री इंजीनियरिंग टेस्ट (आरपीईटी) में 48वीं रैंक हासिल की थी।


राजित को जेईई मेन परीक्षा पास करने का इतना विश्वास था कि उन्होंने एग्जाम देने के बाद एक बार भी आंसर की तक चेक नहीं की। जेईई टॉपर ने अपने कॉन्फिडेंस के बारे में कहा था, 'मेरे पापा ने मुझसे एग्जाम के बाद एक बार आंसर की देखने के लिए कहा, लेकिन मैंने कहा, 'पापा, चिंता मत करो, मैं एडवांस्ड के लिए क्वालिफाई कर लूंगा।'

उन्होंने बताया, 'काफी पढ़े लिखे परिवार से होने के बावजूद मुझे कभी भी बहुत कुछ हासिल करने का दबाव महसूस नहीं हुआ। मेरे माता-पिता हमेशा मेरे साथ रहे हैं और मेरी पूरी यात्रा में मेरा मार्गदर्शन किया है।'

जेईई एडवांस क्रैक करने की स्ट्रेटिज

- पढ़ाई के लिए कभी भी सख्ती से शेड्यूल का पालन नहीं किया क्योंकि इससे अनावश्यक दबाव पैदा होता था।


- केवल तभी पढ़ा जब मन किया। जितना भी समय पढ़ा, अच्छे से मन लगाकर पढ़ा।


- अपने डाउट्स को दूर करने के बाद ही विषय में आगे पढ़ा।


- अपनी तैयारी का स्तर जानने के लिए मॉक टेस्ट दिए।

किस आईआईटी का कौन सा कोर्स

जेईई टॉपर राजित ने बताया कि वह आईआईटी बॉम्बे से बीटेक इन कंप्यूटर साइंस करना चाहते हैं। आपको बता दें कि आईआईटी बॉम्बे का बीटेक कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग डिग्री कोर्स हर साल जेईई एडवांस्ड के टॉपरों की टॉप चॉइस रहता है। देश-विदेश की प्रतिष्ठित आईटी कंपनियों की ओर से मिलने वाले मोटे सैलरी पैकेज इसकी बड़ी वजह रही है।

राजित एशियन फिजिक्स ओलंपियाड 2024 में देश का नाम भी रोशन कर चुके हैं, जहां उन्होंने ब्रांज मेडल हासिल किया था।

JEE Advanced Topper:SAKSHAM JINDAL - सक्षम जिंदल ने हासिल की AIR रैंक-2

JEE Advanced Topper:SAKSHAM JINDAL - सक्षम जिंदल ने हासिल की AIR रैंक-2


JEE Advanced Topper: हरियाणा के हिसार निवासी सक्षम जिंदल ने जेईई एडवांस्ड 2025 में ऑल इंडिया रैंक 2 प्राप्त कर अपनी लगन और कोटा के प्रतियोगी माहौल की ताकत का परिचय दिया है। सक्षम ने 10वीं कक्षा में 98 प्रतिशत और 12वीं में 96.4 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं।

कोटा के प्रेरणादायक माहौल और सशक्त स्टडी मटीरियल, वीकली टेस्ट और नियमित डाउट सॉल्विंग को अपनी सफलता का अहम हिस्सा बताया। सक्षम ने कहा, "यहां का हेल्दी कम्पीटीशन और मेंटर्स का निरंतर सपोर्ट मेरे लिए बहुत मददगार रहा।"

सक्षम ने बताया कि उनके माता-पिता दोनों डॉक्टर हैं और उन्होंने हमेशा उन्हें पूरी स्वतंत्रता दी। उन्हें अपनी रुचि और मन की बात के अनुसार करियर चुनने का पूरा मौका मिला। इस वजह से सक्षम बिना किसी दबाव के पढ़ सके और बड़ी सफलता हासिल कर पाए। शुरू से ही मैथ्स उनका पसंदीदा विषय रहा है, इसलिए उन्होंने इसी क्षेत्र में करियर बनाने का फैसला किया। उनका सपना आईआईटी मुंबई में प्रवेश पाने का था, जो अब पूरा होने जा रहा है।

सक्षम ने 10वीं कक्षा में 98 प्रतिशत और 12वीं में 96.4 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। वे क्रिकेट में अंडर-14 डिस्ट्रिक्ट स्तर तक खेल चुके हैं। कोविड के दौरान क्रिकेट प्रैक्टिस बंद होने से उनका फोकस पूरी तरह पढ़ाई पर केंद्रित हो गया।

जेईई मेन में भी हासिल की ऑल इंडिया रैंक 10

सक्षम जिंदल के पिता डॉ. उमेश जिंदल पैथोलॉजिस्ट और माता डॉ. अनीता जिंदल फिजियोथैरेपिस्ट हैं। जिंदल ने जेईई एडवांस्ड 2025 में ऑल इंडिया रैंक 2 हासिल की। इसके पहले उन्होंने जेईई मेन में भी ऑल इंडिया रैंक 10 हासिल की थी। सक्षम पिछले दो साल से एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट, कोटा में पढ़ाई कर रहे हैं।

कैसे की तैयारी?

सक्षम ने एलन कैरियर इंस्टीट्यूट से परीक्षा की तैयारी की। साप्ताहिक टेस्ट से उनकी परफॉर्मेंस लगातार बेहतर होती गई और नियमित डाउट सॉल्विंग से टॉपिक्स पर पकड़ मजबूत होती चली गई। जब कभी पढ़ाई के दौरान परफॉर्मेंस डगमगाने लगती, तो मेंटर्स और शिक्षकों का निरंतर प्रोत्साहन उन्हें पॉजिटिव बनाए रखने में मदद करता था। इस पूरी तैयारी ने सक्षम को आत्मविश्वास और सफलता की ओर अग्रसर किया।

सक्षम जिंदल बताते हैं कि उन्होंने हर चैप्टर को गहराई से समझने और सवालों की बार-बार प्रैक्टिस करने पर खास जोर दिया। उनका मानना है कि जेईई मेन में केवल एनसीईआरटी सिलेबस पर ध्यान देना ही पर्याप्त होता है और अतिरिक्त किसी दूसरी किताब या मटीरियल की जरूरत नहीं पड़ती।

UP NEW DGP - RAJEEV KRISHNA

 UP NEW DGP - RAJEEV KRISHNA 


UP New DGP: कौन हैं IPS राजीव कृष्ण,जिन्हें बनाया गया यूपी का नया डीजीपी; प्रशांत कुमार को भी मिलेगी नई जिम्मेदारी

हम समस्त वैश्य समाज को गर्व हैं कि श्री राजीव कृष्ण उत्तर प्रदेश के नए कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त किए गए हैं। वह 1991 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और वर्तमान में डीजी विजिलेंस के पद पर कार्यरत हैं। इससे पहले प्रशांत कुमार कार्यवाहक डीजीपी थे जिनका कार्यकाल पूरा हो गया। राजीव कृष्ण को सिपाही भर्ती परीक्षा को सफलतापूर्वक कराने के बाद इस पद के लिए प्रबल दावेदार माना जा रहा था। प्रदेश को लगातार पांचवें कार्यवाहक डीजीपी मिले हैं।


राजीव कृष्ण बने नए कार्यवाहक डीजीपी .
राजीव कृष्ण बने यूपी के कार्यवाहक डीजीपी |
पांचवें कार्यवाहक डीजीपी की तैनाती |
सिपाही भर्ती परीक्षा के बाद चर्चा में आए |

उप्र पुलिस के नए मुखिया के रूप में 1991 बैच के आइपीएस अधिकारी राजीव कृष्ण चुने गए हैं। उन्हें कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया है। प्रदेश में यह लगातार पांचवें कार्यवाहक डीजीपी की तैनाती है। राजीव कृष्ण डीजी विजिलेंस के पद पर तैनात हैं और उनके पास अध्यक्ष/डीजी पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड का अतिरिक्त प्रभार भी है।

बीते दिनों 60,244 पदों पर सबसे बड़ी सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद दोबारा इस भर्ती को सकुशल व निष्पक्ष ढंग से संपन्न कराने के बाद से ही राजीव कृष्ण को अगले डीजीपी के रूप में देखा जा रहा था। मूलरूप से गौतमबुद्धनगर के निवासी राजीव कृष्ण एडीजी लखनऊ व आगरा जोन समेत अन्य महत्वपूर्ण पदों पर तैनात रहे हैं। कार्यवाहक डीजीपी के रूप में तैनात 1990 बैच के आइपीएस अधिकारी प्रशांत कुमार को सेवा विस्तार मिलने की चर्चा थी, जिस पर शनिवार रात विराम लग गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भरोसेमंद अधिकारियों में गिने जाने वाले प्रशांत कुमार को जल्द कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।

कुमार ने पिछले वर्ष एक फरवरी को कार्यवाहक डीजीपी का कार्यभार संभाला था। प्रदेश में वर्ष 2017 में भाजपा सरकार के गठन के बाद यह नौवें डीजीपी की तैनाती है। 24 अप्रैल, 2017 को सबसे पहले सुलखान सिंह डीजीपी बने थे, जिन्हें एक सेवा विस्तार भी मिला था। उनके बाद ओपी सिंह, हितेश चंद्र अवस्थी व मुकुल गोयल पूर्णकालिक डीजीपी के रूप में तैनात रहे। जबकि डा. देवेन्द्र सिंह चौहान को 12, मई 2022 को पहला कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया था। इसके बाद डीजीपी के चयन के लिए संघ लोक सेवा आयोग को कोई प्रस्ताव नहीं भेजा गया है।

चौहान के बाद 31 मार्च,2023 को डा.आरके विश्वकर्मा दूसरे व इसी वर्ष 31 मई को विजय कुमार तीसरे कार्यवाहक डीजीपी बने। विजय कुमार का सेवाकाल 31 जनवरी, 2024 को पूरा हुआ था, जिसके उपरांत प्रशांंत कुमार चौथे कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया था। नए डीजीपी के चयन की चर्चाएं शुरू होने के बाद राजीव कृष्ण को ही इस पद का सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा था। 1991 बैच में वह वरिष्ठता सूची में तीसरे स्थान पर हैं। इस बैच में आलोक शर्मा व पीयूष आनन्द वरिष्ठता क्रम में आगे हैं पर दोनों ही अधिकारी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं।

तीन एडीजी बनेंगे डीजीप्रशांत कुमार के साथ ही 31 मई को 1990 बैच के ही आइपीएस अधिकारी पीवी रामाशास्त्री व डा.संजय एम. तरडे का भी सेवाकाल पूरा हाे गया। रामशास्त्री डीजी जेल व तरडे डीजी टेलीकाम के पद पर तैनात थे। एक जून को एडीजी के पद पर तैनात 1992 बैच के आइपीएस अधिकारी आशुतोष पांडेय, आनन्द स्वरूप व नीरा रावत डीजी के पद पर प्रोन्नत हो जाएंंगे। जल्द ही नए डीजी जेल व डीजी टेलीकाम की तैनाती के साथ ही इस स्तर के अधिकारियों में अन्य फेरबदल हो सकते हैं।