JEE Advanced Topper : AIR 1 Rajit Gupta
JEE Advanced Topper : AIR 1 Rajit Gupta JEE Main Rank strategy coaching IIT Bombay BTech CSE target कोटा के राजित बने JEE एडवांस्ड टॉपर
कोचिंग हब कोटा के रहने वाले 18 वर्षीय राजित गुप्ता ने जेईई एडवांस्ड में 360 में से 332 अंक हासिल कर ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल की है। राजित ने जेईई की तरफ तभी कदम बढ़ा दिया था जब वह छठी कक्षा में थे। उनके माता-पिता ने उन्हें एक कोचिंग प्रोग्राम में दाखिला दिला दिया था। सफलता को लेकर उन्होंने कहा, 'इतनी कम उम्र में जेईई कोचिंग शुरू करने से मुझे एक मजबूत बेस बनाने में मदद मिली। शुरू में मेरे माता-पिता को लगता था कि मैं मेडिकल की पढ़ाई करूंगा और मैं भी अपने करियर गोल के बारे में पूरी तरह से पक्का नहीं था। लेकिन उन एक्स्ट्रा क्लासेज ने मुझे स्पष्टता दी। मेरा विजन क्लियर होता गया। जब मैं कक्षा 9 में पहुंचा तब तक मैं अपना लक्ष्य तय कर चुका है।
राजित गुप्ता ने इससे पहले जेईई मेन के जनवरी और अप्रैल दोनों सेशन में 100-100 पर्सेंटाइल हासिल किए थे। उनकी ऑल इंडिया रैंक 16 रही थी। रजित ने 10वीं कक्षा 96.8 प्रतिशत नंबरों से पास की थी। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय कोटा कोचिंग, अच्छे गाइडेंस और पॉजिटिव सोच को दिया है। एलन करियर इंस्टीट्यूट के रेगुलर क्लासरूम स्टूडेंट राजित ने बताया, 'पढ़ाई के दौरान सबसे ज्यादा फोकस रहता था कि गलतियों को रिपीट नहीं करूं, क्योंकि गलतियां दूर होने से ही आपकी सब्जेक्ट में नींव मजबूत होती है। मेरा की-ऑफ सक्सेस है, हैप्पीनेस है। हर हाल में खुश रहता हूं। जब भी मौका मिलता है तो कॉलोनी के बच्चों के साथ खेलता हूं। अपनी तैयारी को लेकर कॉन्फिडेंट रहता हूं।'
जेईई एडवांस्ड टॉपर राजित अकादमिक रूप से एक मजबूत परिवार से आते हैं। उनकी मां डॉ. श्रुति अग्रवाल यूनिवर्सिटी टॉपर थीं और वर्तमान में जेडीबी कॉलेज (कोटा) में गृह विज्ञान विषय की प्रोफेसर हैं। उनके पिता ने कोटा इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक किया था और एनआईटी इलाहाबाद से एमटेक किया था। वह वर्तमान में बीएसएनएल (कोटा) में सब डिविजनल इंजीनियर के रूप में काम करते हैं। राजित को परिवार में शुरू से ही पढ़ाई व अनुशासन का माहौल मिला। रजित के पिता दीपक गुप्ता ने 1994 में राजस्थान प्री इंजीनियरिंग टेस्ट (आरपीईटी) में 48वीं रैंक हासिल की थी।
राजित को जेईई मेन परीक्षा पास करने का इतना विश्वास था कि उन्होंने एग्जाम देने के बाद एक बार भी आंसर की तक चेक नहीं की। जेईई टॉपर ने अपने कॉन्फिडेंस के बारे में कहा था, 'मेरे पापा ने मुझसे एग्जाम के बाद एक बार आंसर की देखने के लिए कहा, लेकिन मैंने कहा, 'पापा, चिंता मत करो, मैं एडवांस्ड के लिए क्वालिफाई कर लूंगा।'
उन्होंने बताया, 'काफी पढ़े लिखे परिवार से होने के बावजूद मुझे कभी भी बहुत कुछ हासिल करने का दबाव महसूस नहीं हुआ। मेरे माता-पिता हमेशा मेरे साथ रहे हैं और मेरी पूरी यात्रा में मेरा मार्गदर्शन किया है।'
जेईई एडवांस क्रैक करने की स्ट्रेटिज
- पढ़ाई के लिए कभी भी सख्ती से शेड्यूल का पालन नहीं किया क्योंकि इससे अनावश्यक दबाव पैदा होता था।
- केवल तभी पढ़ा जब मन किया। जितना भी समय पढ़ा, अच्छे से मन लगाकर पढ़ा।
- अपने डाउट्स को दूर करने के बाद ही विषय में आगे पढ़ा।
- अपनी तैयारी का स्तर जानने के लिए मॉक टेस्ट दिए।
किस आईआईटी का कौन सा कोर्स
जेईई टॉपर राजित ने बताया कि वह आईआईटी बॉम्बे से बीटेक इन कंप्यूटर साइंस करना चाहते हैं। आपको बता दें कि आईआईटी बॉम्बे का बीटेक कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग डिग्री कोर्स हर साल जेईई एडवांस्ड के टॉपरों की टॉप चॉइस रहता है। देश-विदेश की प्रतिष्ठित आईटी कंपनियों की ओर से मिलने वाले मोटे सैलरी पैकेज इसकी बड़ी वजह रही है।
राजित एशियन फिजिक्स ओलंपियाड 2024 में देश का नाम भी रोशन कर चुके हैं, जहां उन्होंने ब्रांज मेडल हासिल किया था।