भारत में रंगीन टेलीविजन बनाने का लाइसेंस लेने वाली वीडियोकॉन पहली कंपनी है। इस कंपनी को प्रोमोट करने में वेणुगोपाल धूत ने अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने साबित किया है कि उपलब्धियों की आकांक्षा हो तो आकाश भी छोटा पड़ जाता है…
वेणुगोपाल धूत भारत के एक सुप्रसिद्ध व्यवसायी,भारत के 18 वें सबसे धनी व्यक्ति और वीडियोकॉन इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष हैं। वेणुगोपाल का जन्म 30 सितंबर,1951 को मुंबई में मारवाड़ी माहेश्वरी परिवार में हुआ। माहेश्वरी समुदाय मुख्यता राजस्थान से संबंधित होता है। इनके पिता नंदलाल धूत भी एक व्यवसायी ही थे,जिन्होंने अपना व्यवसाय गन्ने और रूई उद्योग से शुरू किया था। उन्होंने ही वीडियोकॉन कंपनी की स्थापना की थी। इस कंपनी की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि इसे भारत में रंगीन टेलीविजन बनाने का सबसे पहला लाइसेंस मिला। वेणुगोपाल ने कालेज ऑफ इंजीनियरिंग, पुणे से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीई की डिग्री हासिल की। यह कालेज देश के पुराने इंजीनियरिंग कालेजों मंे से एक है। इसकी स्थापना 1854 ई.में हुई। कालेज ऑफ इंजीनियरिंग एक स्वायत्त इंजीनियरिंग कालेज है, जो पुणे यूनिवर्सिटी से संबद्ध है। वेणुगोपाल एक व्यवसायी होने के साथ-साथ क्रिकेट के भी बड़े प्रशंसक हैं। इन्होंने कोलकाता मंे वीडियोकॉन स्कूल ऑफ क्रिकेट भी खोला है, जिसमें 10 से 17 साल तक की उम्र के बच्चों को भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरभ गांगुली ट्रेनिंग देते हैं। वेणुगोपाल के कार्यक्रमों में एक कार्य पौधारोपण का भी है। उन्होंने पूरे भारत में पौधारोपण की एक मुहिम छेड़ी और इस दौरान लगभग 20 लाख टीक के पौधे लगाए। उन्होंने वीडियोकॉन ग्रुप ऑफ कंपनीज को प्रोमोट किया। 1 सितंबर,2005 से वह कंपनी के अध्यक्ष हैं। वेणुगोपाल इंडो-जापान एसोसिएशन के अध्यक्ष होने के साथ-साथ ओडिशा सरकार के औद्योगिक विकास के सलाहकार भी हैं। वीडियोकॉन कंपनी एयर लाइंस और तेल के क्षेत्र में भी अपने व्यवसाय का विस्तार कर रही है। वीडियोकॉन कंपनी अध्यक्ष वेणुगोपाल धूत को वर्ष 2005-2006 में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए दिए गए अद्वितीय योगदान के लिए एलसिना मैन ऑफ दि ईयर से नवाजा गया। भारत को वैश्विक अर्थव्यवस्था के साथ सरपट दौड़ाने वालों की फेहरिस्त वेणुगोपाल धूत के बिना अधूरी मानी जाएगी।
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