AYODHYA VASI KOUSHAL VAISHYA - अयोध्यावासी कौशल वैश्य
साभार :http://ayodhyavasi.in, अखिलभारतीय श्री अयोध्या वासी वैश्य सभा.
प्रिय मित्रो यह चिटठा हमारे महान वैश्य समाज के बारे में है। इसमें विभिन्न वैश्य जातियों के बारे में बताया गया हैं, उनके इतिहास व उत्पत्ति का वर्णन किया गया हैं। आपके क्षेत्र में जो वैश्य जातिया हैं, कृपया उनकी जानकारी भेजे, उस जानकारी को हम प्रकाशित करेंगे।
मुझे बड़ी ख़ुशी हुई कि हमारा समाज भी इतना आगे है मैंने आज पहली बार ये साइड देखि सच में काबिले तारीफ है इसमें शादी समारोह की भी डिटेल होनी चाहिए
ReplyDeleteअयोध्यावासी वैश्य समाज में कुछ गणमान्य नागरिक ऐसे है ,जो समाज की सभाओं में दहेज के खिलाफ बोलते है, पर खुद के वरों लड़कों की शादी बिना दहेज के नहीं करते, ऐसे गणमान्यों से निवेदन है, कि अपनी पदवी और लोगों के सामने कहे शब्दों को ध्यान में रखें।
ReplyDelete2015 से 2017 के बीच हुए कुछ विवाहों में सामाजिकगणमान्य नागरिकों ने खुद के लड़कों का विवाह दहेज लेकर सम्पन्न किया हैं।
जिसमें भोपाल व आसपास के गणमान्य बंधु जन प्रमुख है,।
सत्य कड़वा जरूर हैं पर यही सही है।
Satya vachan
ReplyDeleteसभी अयोध्यावासी वैश्य भाई अपनी कुरी भेजे plz 9670150624
ReplyDeleteAjay Gupta uasaw budaun U. P
ReplyDelete7500462851
ReplyDeleteBahut badhiya jankari
ReplyDeleteSir Vivah ki Janka chahiye Jan aur kaha paper sammelan hay
ReplyDeleteKrishna kumar gupta
ReplyDeleteAyodhyawasi vaishy
Ramgarh Auraiya Up
Ashish Kumar Gupta
ReplyDeleteAyodhyawasi vaishy
Kanpur up
People with last name Kaushal comes under Ayodhyawasi vaish n there gotra is also kaushal..please clarify
ReplyDeleteBhai please ayodhyavasi aur agrahari vaishya me kya difference h wo clear kriye, aapse hath jod ke vinti hai
ReplyDeletebahut Khushi Hui Apna Samaj ke bare mein padh kar
ReplyDelete~»{{ हम उस नगर के वासी हैं जहाँ ““ नयनाभिराम मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम ”” जन्म लेते हैं ।। जय श्री अयोध्यावासी वैश्य समाज
ReplyDelete== राकेश गुप्ता-दिल्ली/मैनपुरी
जय समाज पहले हम कसैरा समाज में आते थे
ReplyDeleteहमारा प्राचीन मंदिर का नाम ही श्री राधाकृष्ण मंदिर कसैरा समाज था अब श्री रामजानकी मंदिर लखेरापुरा भोपाल है मेरा एवं मेरे पिता का जन्म इसी मंदिर का है और पूर्वजों का कार्य कांसे के तोड़े बिछिया बर्तन बनाकर विभिन्न क्षेत्रों में बेचने का कार्य था आज भी,हमारी समाज में बर्तन व्यसाय नरसिंहगढ़ गंजवासोदा विदिशा मंडिदीप होशंगाबाद सिहोर शाहपुर ओर भी अन्य जगहों में पुस्तेनी व्यवसाय है
संतोष गुप्ता भोपाल मध्यप्रदेश
Suraj kaushal from Ayodhya uttarpradesh
ReplyDeletejai ayodya vasi vayso ki jai shree ram
ReplyDeleteबादल कौशल
ReplyDeleteRavi kaushal kharshod kalan mp ujjain
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