Yudh Seva Medal award: युद्ध सेवा मेडल पाकर स्क्वॉड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल ने कहा, 'मौका मिला तो फिर उन्हें मार गिराएंगे' - squadron leader minty agarwal says if chance given we will shoot them again
युद्ध सेवा मेडल पाकर स्क्वॉड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल ने कहा, 'मौका मिला तो फिर उन्हें मार गिराएंगे'
विंग कमांडर अभिनंदन की मददगार स्क्वॉड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल को उनकी वीरता के लिए युद्ध सेवा मेडल दिया जा रहा है। महिला स्क्वॉड्रन लीडर ने कहा कि एयर स्ट्राइक वह मौका था जिसका सबको इंतजार था। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें मौका मिले तो वह भी ऐसे अभियान में हिस्सा लेना चाहेंगी।
स्क्वॉड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल
स्क्वॉड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल ने कहा, 'एयर स्ट्राइक का मौका फिर मिले तो हम फिर उन्हें मार गिराएंगे'
विंग कमांडर अभिनंदन की मददगार स्क्वॉड्रन लीडर को भी वीरता के लिए युद्ध सेवा मेडल मिल रहा है
स्क्वॉड्रन लीडर अग्रवाल ने कहा कि विंग कमांडर की सुरक्षित वतन वापसी की खुशी पूरे देश को थी
बालाकोट एयर स्ट्राइक के अगले दिन ही बौखलाए पाकिस्तान ने भारतीय वायु सेना के विमानों पर हमला किया था। इस दौरान ड्यूटी पर मौजूद स्कवॉड्रन लीडर मिंटी अग्रवाल ने अद्भुत सूझबूझ का परिचय दिया। अग्रवाल की इस बहादुरी के लिए उन्हें युद्ध सेवा मेडल भी दिया जा रहा है। स्क्वॉड्रन लीडर मिंटी कहती हैं कि अगर फिर 27 फरवरी जैसा मौका मिले तो मैं भी उसमें हिस्सा लेना चाहूंगी। हम उन्हें फिर से दोगुनी ताकत से मार गिराएंगे।
27 फरवरी को भारतीय वायु सेना ने एयर स्ट्राइक किया था और अगले ही दिन पाकिस्तान के 20 एयरफोर्स फाइटर्स ने धावा बोल दिया। स्क्वॉड्रन लीडर मिटीं अग्रवाल आकाश में हो रही इस डॉगफाइट की साक्षी थीं और उन्होंने भी कंट्रोल रूम से इसमें साहसिक भागीदारी निभाई। इसी भिड़ंत में विंग कमांडर अभिनंदन ने पाक F-16 को मार गिराया था।
स्क्वॉड्रन लीडर की ड्यूटी कंट्रोल रूम में थी
स्कवॉड्रन लीडर मिंटी कहती हैं, 'मेरे पास उस दिन के अनुभव को बताने के लिए शब्द नहीं हैं।' 31 साल की अग्रवाल ने बताया कि कंट्रोल रूम में जब पीएएफ की ओर से रेड शुरू हुई तो अचानक ही मेरी पूरी स्क्रीन पर लाइट्स नजर आने लगीं। उन्होंने कहा, 'स्क्रीन पर काफी सारे रेड लाइट्स थे जिसका मतलब है दुश्मन का एयरक्राफ्ट था।'
फाइट कंट्रोलर की भूमिका में थीं मिंटी
उस दिन की घटना के बारे में कहते हैं, 'फाइट कंट्रोलर के तौर पर यह मेरी ड्यूटी थी कि मैं अपने एयरक्राफ्ट को गाइड करूं... इसके साथ ही मुझे पायलट्स को यह जानकारी भी देनी थी कि वह किन हथियारों का प्रयोग कर सकते हैं। उन्हें कब और कहां से मिसाइल लॉन्च करना चाहिए। ठीक उसी वक्त मेरा पूरा ध्यान इस पर था कि भारतीय एयरक्राफ्ट पूरी तरह से सुरक्षित रहने चाहिए।'
विंग कमांडर अभिनंदन के मिग को कंट्रोल कर रही थीं अग्रवाल
स्क्वॉड्रन लीडर ने बताया, 'मैं विंग कमांडर अभिनंदर को भी निर्देश दे रही थी। मैंने उन्हें हवा में क्या स्थिति है पूरी तरह से समझाया। इसी दौरान पाकिस्तानी एयरक्राफ्ट की स्थिति के बारे में उन्हें बताया और उन्होंने अपने टार्गेट पर अचूक निशाना साधा। मैंने अपनी आंखों के सामने ही स्क्रीन पर F-16 को हवा में गिरते हुए देखा था। मुझसे पूछा गया कि क्या स्क्रीन पर से रेड लाइट गायब हो गया और मैंने कहा- हां, लेकिन हमारे पास सेलिब्रेशन का कोई मौका नहीं था।'
इसी हवाई भिड़ंत के दौरान विंग कमांडर अभिनंदन पाकिस्तान अधिकृत क्षेत्र में चले गए। स्क्वॉड्रन लीडर ने कहा, 'इस ऑपरेशन में भारतीय सेना का और कोई नुसकान नहीं हुआ। जब हमें पता चला कि विंग कमांडर अभिनंदन सुरक्षित हैं और उनकी वतन वापसी हो रही है तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं था। यह सिर्फ मेरे लिए राहत और खुशी का मौका नहीं था पूरे देश के लिए बहुत खुशी का मौका था।'
बालाकोट एयर स्ट्राइक जैसा मौका मिले मुझे'
27 फरवरी को भारतीय सेना ने एयर स्ट्राइक किया था और स्वक्वॉड्रन लीडर कहती हैं कि मुझे पता है कि यह कोई पहली बार नहीं था। उन्होंने कहा, 'एयर स्ट्राइक वह मौका था जिसके लिए हम सब इंतजार कर रहे थे। मैं भगवान से प्रार्थना करती हूं... अगर मुझे मौका मिले... हम एक बार उन लोगों को फिर मार गिराएंगे और हम उन्हें फिर से शूट करेंगे।'
साभार: नवभारत टाइम्स
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