मध्यप्रदेश में वैश्य समाज की तीन बेटियां पूर्वी गुप्ता,दीर्घा एरन और वंशिता गुप्ता बनी जज
पूर्वी गुप्ता-:
मध्य प्रदेश के कटनी शहर में रहने वाले संजय गुप्ता की पुत्री पूर्वी गुप्ता का सिविल जज परीक्षा में चयन होने से परिजनों ने मिठाई बांटकर ढोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया है पूर्वी गुप्ता को प्रदेश में 5वीं रैंक हासिल हुई है।
पूर्वी गुप्ता ने सिविल जज में चयन होने पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने भगवान और माता पिता को इसका श्रेय दिया है, तो वहीं पूर्वी के पिता संजय गुप्ता ने बताया कि उनके परिवार खानदान में पहली बार कोई न्यायाधीश पद पर चयनित हुई है इस पद पर उनकी बेटी का चयन होने से उन्हें काफी खुशी हो रही है।
दीर्घा एरन-:
नीमच सिटी निवासी दीर्घा एरन ने बताया कि वह नेशनल हाईवे ऑथोरिटी दिल्ली में सर्विस करती है। उन्होंने नीमच कॉन्वेट से आठवीं तक पढ़ाई की है। एलएलएम रायुपर छत्तीसगढ़ से किया है। पढ़ाई के दौरान न्यायाधीश भानुमति का भी सान्निध्य मिला। उनके बड़े पापा नरेंद्र अग्रवाल एडवोकेट हैं। दादाजी कन्हैयाला ऐरन भी एडवोकेट थे। उन्होंने बचपन में दीर्घा को न्याय के क्षेत्र में जाने के लिए समय-समय पर प्रेरित किया। दीर्घा साल 2019 में सिविल जज की परीक्षा उत्तीर्ण कर चुकी थी, इसके बाद इंटरव्यू में असफल हुई। उसने अपना हौसला कम नहीं किया और फिर से मेहनत की और इसी का परिणाम रहा कि वह दूसरे प्रयास में भी सफल हो गई।परिवार न्यायिक सेवा से जुड़ा होने के कारण उनके मन में भी इसके प्रति झुकाव था और अंत में तैयारी की और सेकंड प्रयास में उनका सिविल जज में चयन हुआ है। वह आठ घंटे की नौकरी के समय में सुबह जल्दी उठकर पढऩा पसंद करती थी। ऑफिस में भी सभी का सहयोग मिलता था, थोड़ा समय मिलते वह अध्ययन करने में जुट जाती थी। उनके पिता जितेंद्र एरन पुस्तक विक्रेता हैं।
वंशिता गुप्ता-:
एक जिला व सत्र न्यायालय में न्याय विभाग के लघु वेतन कर्मचारी (ड्राइवर) अरविंद गुप्ता की बेटी वंशिता गुप्ता है। वंशिता ने यह परीक्षा पहले ही प्रयास में उत्तीर्ण की है।
इसमें वंशिता को प्रदेश में सातवीं रैंक मिली है।
वंशिता ने बताया कि पिता को मेहनत करते हुए देखती थी, तो उसको महसूस होता था कि जीवन में कुछ करना है। बचपन से ही उसकी इच्छा थी कि जज बने। पिताजी अक्सर कहा करते थे कि बेटी ऐसा काम करना, जिससे तुम्हारे कारण मेरी पहचान हो।
एक जज के ड्राइवर की बेटी की जज बनने की कहानी पूरे शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है, सोशल मीडिया पर भी वंशिता की खूब वाहवाही हो रही है। बेटी की सफलता से उनके पिता काफी खुश हैं उन्होंने बताया कि वंशिता के दादा सिविल कोर्ट में ही क्लर्क थे। वंशिता को बचपन से ही घर में वकालत का महौल मिला था। घर में अक्सल कोर्ट-कचहरी की बातें हुआ करती थी जिसे सुनते ही वंशिता बड़ी हुई है। बता दें कि वंशिता की मां स्कूल में शिक्षिका हैं। वंशिता की मां ने बताया कि यह वंशिता का बचपन का सपना था कि वह एक दिन जज बने जो आज पूरा हो गया है।
पूर्वी गुप्ता,दीर्घा एरन और वंशिता गुप्ता को बहुत-बहुत शुभकामनाएं व उज्जवल भविष्य की कामना आशा है कि वह आगे भी ऐसे ही लगन और ईमानदारी से जज के तौर पर सेवाएं देकर समाज सेठ समाज और देश का नाम ऊंचा रखेंगी।
साभार: देवांश गुप्ता : जय श्री नृसिंह नारायण 🦁🙏🙏||जय श्री सेठ ✊✊||विजई सेठ समाज ✊✊
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