Balwantrai Mehta - बलवंत राय मेहता
BALWANT RAI MEHTA |
प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी और गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री बलवंत राय मेहता (Balwantrai Mehta) का जन्म 19 फरवरी 1889 ईस्वी को सौराष्ट्र की भावनगर रियासत में हुआ था | उन्होंने मुम्बई विश्वविद्यालय से बी.ए. की परीक्षा उत्तीर्ण की | इसी समय गांधीजी ने विद्याथियो से सरकारी शिक्षा संस्थानों की अपील की थी | इससे प्रभावित मेहता ने यूनिवर्सिटी से डिग्री नही ली और एक वर्ष बाद गुजरात विद्यापीठ के स्नातक बने | गांधीजी के सत्याग्रह और असहयोग आन्दोलन से प्रभावित होकर मेहता ने भावनगर रियासत में भी प्रतिनिधि शासन की स्थापना के लिए लोगो को संघठित करना आरम्भ किया |
हरिजन उद्दार की गतिविधियाँ बधाई , उनके लिए “ठक्कर बापा हरिजन आश्रम” बनाया | महिलाओं के लिए महिला विद्यापीठ की स्थापना की | भावनगर प्रजामंडल की स्थापना में भी वे अग्रणी थे | 1928 से 1947 तक उन्होंने अखिल भारतीय देशी राज्य प्रजा मंडल के रूप में महामंत्री के रूप में काम किया | बलवंत राय मेहता (Balwantrai Mehta) कांग्रेस के आंदोलनों में भी भाग लेते रहे | 1923 के नागपुर झंडा सत्याग्रह में वे जेल गये | 1930 में गांधीजी ने उन्हें ढोलेरा के नमक सत्याग्रह नेता नियुक्त किया |
1940 और 1942 के आंदोलनों में भी वे जेलों में बंद रहे | स्वंतंत्रता के बाद 1948 में वे भावनगर के प्रधानमंत्री बने | वे भारत की संविधान सभा के भी सदस्य थे | 1952 में लोकसभा के सदस्य चुने गये | संघठित गुजरात राज्य बन जाने पर मेहता को 1963 में वहा का मुख्यमंत्री बनाया गया | 1965 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में 19 सितम्बर 1965 को बलवंत राय मेहता (Balwantrai Mehta) के हवाई जहाज पर शत्रुओ ने गोली चला दी | इसमें उनकी और उनकी पत्नी सरोज बेन की मृत्यु हो गयी |
साभार:biographyhindi.com/balwantrai-mehta-biography-in-hindi
No comments:
Post a Comment
हमारा वैश्य समाज के पाठक और टिप्पणीकार के रुप में आपका स्वागत है! आपके सुझावों से हमें प्रोत्साहन मिलता है कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय किसी प्रकार के अभद्र शब्द, भाषा का प्रयॊग न करें।