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Friday, July 31, 2020

VISHNU PRABHAKAR - विष्णु प्रभाकर, प्रख्यात लेखक

VISHNU PRABHAKAR - विष्णु प्रभाकर, प्रख्यात लेखक 

VISHNU PRABHAKAR 
विष्णु प्रभाकर (Vishnu Prabhakar) का जन्म 21 जून 1912 को उत्तर प्रदेश स्थित मुजफ्फरपुर के एक गाँव में हुआ था | इनके पिता दुर्गा प्रसाद एक धार्मिक व्यक्ति थे | विष्णु प्रभाकर की माता एक शिक्षित महिला थी जिन्होंने अपने दौर में हो रही कुरीति पर्दा प्रथा का घोर विरोध किया था | | विष्णू प्रभाकर (Vishnu Prabhakar) की शुरुवाती शिक्षा मीरापुर में हुयी थी | वर्ष 1929 में उन्होंने मैट्रिक की परीक्षा उतीर्ण की |

मैट्रिक पुरी होने के बाद नौकरी करते हुए पंजाब यूनिवर्सिटी से उन्होंने कई परीक्षाये पास की जिनमे प्रमुख भूषण , , प्रभाकर , प्राज्ञ और विशारद थी | उनके घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नही थी | यही कारण था कि उन्हें काफी कठिनाइयो और समस्याओं का सामना करना पड़ा था | अपनी घर की परेशानियों और जिम्मेदारियों के बोझ से उन्होंने स्वयं को मजबूत बना लिया |

विष्णु प्रभाकर (Vishnu Prabhakar) ने चतुर्थ श्रेणी की एक सरकारी नौकरी प्राप्त की | इस नौकरी के जरिये उन्हें मात्र 18 रूपये प्रतिमाह का वेतन प्राप्त होता था जिससे ही वो अपना गुजर बसर करते थे | भारतीय स्वाधीनता आन्दोलन के नायक महात्मा गांधी के जीवन आदर्शो से प्रेरित होने के कारण उनका रुझान कांग्रेस की तरफ हो गया | वे स्वतंत्रता आन्दोलन से भी जुड़े |

वर्ष 1931 में “हिंदी मिलाप” पत्रिका में उनका पहला लेख छपा था | शरतचन्द्र की जीवनी पर आधारित उनकी रचना “आवारा मसीहा” के लिए उनको कई सम्मान मिले | वे शरतचन्द्र को जानने के लिए लगभग उन सभी जगहों पर गये जहां से शरतचंद्र का जुड़ाव था | उन्होंने बांगला भाषा भी सीखी और जब यह जीवनी छपी तो साहित्य में विष्णु प्रभाकर (Vishnu Prabhakar) की धूम मच गयी |

अनेक साहित्य लिखने के बावजूद भी लोग उन्हें “आवारा मसीहा” के लिए ही सबसे ज्यादा पहचानते थे| विष्णु प्रभाकर रेडियो , दूरदर्शन , पत्र-पत्रिकाओं तथा प्रकाशन संबधी मीडिया के विविध क्षेत्रो में पर्याप्त लोकप्रिय रहे | विष्णु प्रभाकर (Vishnu Prabhakar)द्वारा लिखी गयी रचना “पहाड़ चढ़े गजनन्दलाल ” और “दक्कन गये गजनन्दलाल” एकदम निराली है | इन्हें पढ़ते हुए आप हँसते हँसते लोटपोट हो जाओगे | इससे साबित होता है कि विष्णु प्रभाकर हर विधा के लेखक थे | विष्णु प्रभाकर का देहांत 11 अप्रैल 2009 को 96 वर्ष की आयु में नई दिल्ली में हुआ था | 

साभार:Biographyhindi.com/vishnu-prabhakar-biography-in-hindi

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