SETH BENIRAM PODDAR HATHRAS WALE
उत्तरप्रदेश में बृज की देहरी हाथरस को मेला और शोभायात्राओं की नगरी भी कहा जाता है।यहां रामनवमी के मौके पर भगवान श्रीराम की चार मंजिला रथयात्रा निकाली जाती है।
इस रथयात्रा का अतीत काफी गौरवशाली है।142 वर्ष पूर्व शहर के प्रतिष्ठित सेठ बैनीराम पोद्दार अपने मित्रों के साथ वृंदावन में रंगनाथ जी की रथयात्रा देखने के लिए गए थे।उनके साथ गए लोगों ने वहां लगी भीड़ में कहा कि हटो-हटो सेठ जी दर्शन करने आ रहे हैं।दर्शन करने आए कुछ लोगों ने कहा कि इतने बड़े सेठ हैं तो अपने शहर में इसे क्यों नहीं निकलवा लेते।
यह बात सेठ बैनीराम पोद्दार को अखर गई।सेठजी ने हाथरस आकर दिन-रात मजदूर लगाकर रथ तैयार कराया।1880 में इस रथयात्रा की शुरुआत हुई।इस रथ में मूंछों वाले रामजी को विराजमान किया गया।इस वर्ष भी श्रीराम नवमी के दिन इस रथयात्रा निकाली जाती है।यह रथयात्रा बैनीराम बाग स्थित श्रीकृष्ण चंद्र महाराज हनुमान जी मंदिर विराजमान प्रबंधक तुलसी प्रसाद पोद्दार की देख-देख शोभायात्रा निकाली जाती है।रामनवमी को निकलने वाली रथयात्रा में शामिल होने वाले रथ की ऊंचाई करीब 35 फीट से अधिक है।इस कारण रास्ते में आने वाले तारों को हटाया जाता हैं,ताकि रथयात्रा सुगमतापूर्वक भ्रमण कर सके।
लेख साभार: नरसिंह सेना
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