राजस्थान की वीरान पड़ी महाजन वनिको की हवेलिया
किसी जमाने में गुलेगुलजार रहने वाली ये हवेलीयां आज विरान हैं, इनके मालिक बाहर देश,विदेश में रहकर अपना व्यापार कर रहे हैं उनको अपनें पुरखों की बनायी हवेलियों को देखने की भी फुरसत नहीं है। आज ये लोग स्क्वेयर फिट वाले मकानों में खुश हैं, देखने से लगता है इनके पुर्वज ज्यादा सम्पन्न थे। आज ये लोग इनकी मरम्मत भी करवाना नहीं चाहते आपकी क्या राय है
राजस्थान के मारवाड़, शेखावटी जयपुर कोटा आदि क्षेत्रो में वानिया महाजन समुदाय द्वारा बनवाई हुई अधिकतर हवेलिया वीरान और जर्जर हालत में पड़ी हुई हैं. वनिक महाजन लोग अधिकतर राजस्थान से निकलकर पुरे देश और विश्व में फैले हुए हैं जिन्हें आम बोलचाल की भाषा में मारवाड़ी कहा जाता है. उनके बुजुर्गो ने ये हवेलिया, मंदिर, धर्मशालाए, बावड़ी, कुंए, स्कूल कालेज कभी बड़े शौंक से बनवाये थे. पर आज इनकी देखभाल करने वाला भी कोई नहीं हैं. केंद्र सरकार को चाहिए कि वह राज्य सरकार व इन संपत्तियों के मालिको से मिलकर कोई योजना बनाए और इनका जीर्णोद्धार करे. ये हमारी हेरिटेज और विरासत हैं. ऐसा करने से राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और लोगो को रोजगार भी मिलेगा.




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