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Friday, April 22, 2022

NEHA JAIN IAS

NEHA JAIN IAS

डॉक्टरी का पेशा छोड़ क्यों बनीं ये लड़की आईएएस अफसर, पढ़िए नेहा जैन की सक्सेस स्टोरी


सिविल सर्विस परीक्षा (Civil Service Exam) में हर वर्ष लाखों छात्र भाग लेते हैं लेकिन कुछ उम्मीदवारों को ही अपने पहले प्रयास में सफलता मिल पाती है और कुछ उम्मीदवार कई बार प्रयास करके ही सफलता को प्राप्त कर पाते हैं। सफलता और असफलता का यही मिश्रण यूपीएससी (UPSC) को बेहद खास बना देते हैं। हमारे आस-पास कई ऐसी कहानियां मौजूद हैं जो सफलता की मिसाल कायम करती है। वे बेहद कठिन परिस्थितियों में भी हार नहीं मानती और सफलता प्राप्त करती हैं। उन्हीं कहानियों में से एक है आईएएस नेहा जैन (IAS Neha Jain) की कहानी (UPSC Success Story) जिन्होंने डॉक्टरी का पेशा छोड़ आईएएस ऑफिसर बनने का फैसला लिया।

जीवन
आईएएस ऑफिसर डॉ. नेहा जैन मूल रूप से दिल्ली की रहने वाली हैं और उनकी शुरुआती पढ़ाई भी दिल्ली में ही हुई थी। इसके बाद नेहा ने दिल्ली के एक प्रतिष्ठित संस्थान से डेंटिस्ट्री में डिग्री हासिल की और अपनी डिग्री पूरी करने के बाद, वह एक डेंटिस्ट कंसल्टेंट के रूप में शामिल हुईं। डॉ नेहा डेंटिस्ट के रूप में अपने करियर में सफल हो रही थी लेकिन उन्हें तब भी अधूरापन लग रहा था। उनका मन लगातार यूपीएससी की ओर बढ़ रहा था। लेकिन वह अपने करियर को लेकर कोई रिस्क नहीं लेना चाहती थी इसलिए उसने नौकरी के साथ यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी।

यूपीएससी का सफर
नेहा का मानना है कि हर दिन 4-5 घंटे की पढ़ाई से यूपीएससी की परीक्षा पास की जा सकती है। उनका मानना है कि वीकेंड में ज्यादा से ज्यादा पढ़ाई करनी चाहिए। इसके साथ ही नेहा कहती हैं कि जॉब करने वालों के लिए टाइम मैनेजमेंट बेहद जरूरी है। उनका कहना है कि अगर आपको अपनी तैयारी के दौरान कोई समस्या है तो आपको इंटरनेट पर जाना चाहिए और उसी के अनुसार तैयारी करनी चाहिए।आईएएस डॉ नेहा का मानना है कि आप नौकरी के साथ भी इस परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं। हालांकि, आपको यह तय करना चाहिए कि किसी भी स्थिति में आपको पहला और आखिरी अटेम्प्ट के रूप में लेना चाहिए और उसी के अनुसार परीक्षा पास करनी होगी। यूपीएससी के दौरान नेहा कई बार फेल हुई लेकिन घबराने की बजाय उन्होंने अपनी स्ट्रेटेजी में बदलाव किया और सफलता प्राप्त की। उनका मानना है कि यूपीएससी जैसे अनिश्चित परीक्षा में सही सोच, बेहतर स्ट्रेटेजी, ज्यादा रिवीजन, आंसर राइटिंग प्रैक्टिस और सबसे महत्वपूर्ण है समय प्रबंधन। इन सभी को साथ लेकर तैयारी करके सफलता प्राप्त की जा सकती है।


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