DR. ARVIND GOYAL - A GREAT DONOR OR UP & MORADABAD
उद्योगपति ने 600 करोड़ की संपत्ति दान की:अरविंद गोयल ने अपने पास सिर्फ घर रखा, 50 साल की मेहनत से कमाई थी प्रॉपर्टी.
मुरादाबाद के उद्योगपति डॉ. अरविंद कुमार गोयल ने अपनी पूरी संपत्ति गरीबों के लिए दान कर दी है। दान की गई संपत्ति की कीमत करीब 600 करोड़ रुपए है। गोयल ने अपने पास सिर्फ घर रखा है। उन्होंने 50 साल की मेहनत से यह प्रॉपर्टी बनाई थी।
देशभर में चलते हैं सैकड़ों अनाथ आश्रम और स्कूल
डॉ. गोयल बिजनेसमैन होने के साथ ही समाजसेवा में भी लगे रहते हैं। गोयल के सहयोग से पिछले करीब 20 साल से देशभर में सैकड़ों वृद्धाश्रम, अनाथ आश्रम और फ्री हेल्थ सेंटर चलाए जा रहे हैं। साथ ही उनकी मदद से चल रहे स्कूलों में गरीब बच्चों को फ्री शिक्षा दी जा रही है। कोविड लॉकडाउन में भी करीब 50 गांवों को गोद लेकर उन्होंने लोगों को मुफ्त खाना और दवा दिलवाई।
मुरादाबाद के सबसे बड़े उद्योगपति और प्रख्यात समाजसेवी डॉ. अरविंद कुमार गोयल को सम्मानित करते राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद।
राजस्थान में भी हैं कई स्कूल-कॉलेज
डॉ. अरविंद गोयल ने 50 साल की कड़ी मेहनत से यह संपत्ति अर्जित की है। मुरादाबाद के अलावा प्रदेश के अन्य हिस्सों और राजस्थान में भी उनके स्कूल-कॉलेज और इंजीनियरिंग कॉलेज हैं। मुरादाबाद के सिविल लाइंस की अपनी कोठी को छोड़कर उन्होंने बाकी पूरी संपत्ति दान देने की घोषणा की है। उन्होंने यह दान सीधे राज्य सरकार को दिया है, ताकि वास्तविक जरूरतमंदों तक मदद पहुंचाई जा सके।
पिछले 20 सालों से भी अधिक समय से डॉ. अरविंद कुमार गोयल गरीब और असहाय लोगों की सेवा में जुटे हैं।
बंगले पर लगी भीड़
मुरादाबाद के सिविल लाइंस में डॉ. अरविंद कुमार गोयल का बंगला है। सोमवार रात को जैसे ही उन्होंने अपना सब कुछ दान करने का ऐलान किया, पूरे शहर में सिर्फ उनकी ही चर्चा होने लगी। मंगलवार सुबह से ही उनके बंगले पर लोगों की भीड़ जुट गई।
पत्नी और बच्चों ने भी दिया फैसले में साथ
डॉ. गोयल के परिवार में उनकी पत्नी रेनू गोयल के अलावा उनके दो बेटे और एक बेटी है। उनके बड़े बेटे मधुर गोयल मुंबई में रहते हैं। छोटे बेटे शुभम प्रकाश गोयल मुरादाबाद में रहकर समाजसेवा और बिजनेस में पिता का हाथ बंटाते हैं।
बेटी शादी के बाद बरेली में रहती है। उनके बेटों या परिवार के किसी भी सदस्य से संपर्क नहीं हो पाया है। हालांकि तीनों बच्चों और पत्नी ने उनके इस फैसले का स्वागत किया है।
राष्ट्रपति रहते हुए प्रतिभा देवी पाटिल ने भी डॉ. गोयल को सम्मानित किया था।
डॉ. अरविंद बोले- जीवन का भरोसा नहीं, इसलिए लिया फैसला
डॉ. अरविंद गोयल ने कहा, "वह चाहते हैं उनकी सारी पूंजी गरीबों की सेवा में काम आए। जीवन का कोई भरोसा नहीं है। इसलिए जीवित रहते हुए ही अपनी संपत्ति को सही हाथों में सौंप दिया। इससे अनाथ, गरीब और बेसहारा लोगों के काम आ सकेंगे।"
माता-पिता स्वतंत्रता सेनानी, बहनोई रहे हैं देश के मुख्य चुनाव आयुक्त
डॉ. अरविंद कुमार गोयल का जन्म मुरादाबाद में हुआ था। उनके पिता प्रमोद कुमार और मां शकुंतला देवी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। उनके बहनोई सुशील चंद्रा देश के मुख्य चुनाव आयुक्त रह चुके हैं। इससे पहले वह इनकम टैक्स यानी CBDT के चेयरमैन भी रह चुके हैं। उनके दामाद आर्मी में कर्नल हैं और ससुर जज थे।
पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम भी डॉक्टर गोयल को उनकी समाजसेवा के लिए सम्मानित कर चुके हैं।
डॉ. गोयल को 4 राष्ट्रपति कर चुके हैं सम्मानित
डॉ. अरविंद कुमार गोयल के समाजसेवा के जज्बे को देश और दुनिया में कई मंचों से सम्मानित किया जा चुका है। मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा देवी पाटिल और पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम समाजसेवा के लिए उनको सम्मानित कर चुके हैं। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी डॉ. गोयल के सेवा कार्यों के लिए उन्हें सम्मानित कर चुके हैं।
बॉलीवुड इंडस्ट्री भी डॉक्टर गोयल के समाजसेवा के जज्बे को सलाम कर चुकी है।
हजारों गरीब मानते हैं मसीहा
अरविंद गोयल को गरीब किसी मसीहा से कम नहीं मानते हैं। यहां वृद्धाश्रम और अनाथ आश्रम में रह रहे सैकड़ों बेसहारा और अनाथ उन्हें भगवान कहते हैं। स्थानीय लोग बताते हैं कि अरविंद गोयल की दिनचर्या पिछले 20 सालों में कभी नहीं बदली।
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी अनूठे और अतुलनीय सामाजिक कार्यों की वजह से प्रदेश में कई कार्यक्रमों के शुभारंभ में डॉ. गोयल को बतौर स्पेशल गेस्ट इनवाइट कर चुके हैं।
शीर्ष उद्योगपति फिर भी जीवन सादगी भरा
डॉ. गोयल की मुरादाबाद ही नहीं, बल्कि उत्तरप्रदेश के जाने-माने उद्योगपतियों में भी गिनती होती है। प्रदेश के साथ ही देश के अलग-अलग हिस्सों में उनके स्कूल-कॉलेज हैं। मुरादाबाद के शीर्ष उद्योगपति होने के बावजूद वो एकदम साधारण तरीके से जीवन जीते हैं।
क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने भी डॉ. गोयल की समाजसेवा को सराहा।
सोशल मीडिया पर दानवीर कर्ण से तुलना कर रहे लोग
सोशल मीडिया पर लोग उनके इस कदम की जमकर सराहना कर रहे हैं। कई यूजर लिखते हैं, "उद्योगपति के इस दान पर वह निशब्द हैं।" कई उनकी तुलना दानवीर कर्ण से कर रहे हैं। एक यूजर्स ने लिखा, ‘‘डॉ. गोयल का यह कदम समाज के लिए आइना है। बाकी पूंजीपतियों को भी इनसे प्रेरणा लेकर समाज और देश के बारे में सोचना चाहिए।’’
5 सदस्यों की कमेटी करेगी निगरानी
डॉ. गोयल ने राज्य सरकार से इच्छा जाहिर की है कि उनकी संपत्ति को बेचकर जो पैसा मिलेगा, उससे गरीबों की मदद की जाए। साथ ही पांच सदस्यीय कमेटी बनाई जाए। इसमें तीन सदस्य वह नामित करेंगे। बाकी दो सरकार की ओर से नामित होंगे। यह कमेटी पूरी संपत्ति को सही रेट पर बेचकर उससे आने वाले पैसे से अनाथ और बेसहारा लोगों के लिए फ्री शिक्षा और चिकित्सा की व्यवस्था करेगी।
तस्वीरों में देखिए डॉ. अरविंद कुमार गोयल का सफरनामा
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के साथ देश में प्रदूषण कम करने के मुद्दे पर भी वह काम कर चुके हैं।
देश में विभिन्न मंचों से सम्मानित होने के साथ-साथ डॉक्टर गोयल को कई अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भी सम्मानित किया जा चुका है।
बॉलीवुड इंडस्ट्री ने सामाजिक कार्यों के लिए डॉ. गोयल को आइफा अवॉर्ड में बतौर स्पेशल गेस्ट इनवाइट किया।
पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी डॉ. अरविंद गोयल को सम्मानित किया था।
शाहरुख ने कहा था, सक्षम लोग आपकी तरह सोचने लगें, तो देश से गरीबी शब्द मिट जाए।
अपने बेटों के साथ उद्योगपति और समाजसेवी डॉ. अरविंद गोयल।
SABHAR: DAINIK BHASKAR