GURDAS RAM AGRAWAL - A GREAT REVOLUTIONARY
वैश्य शिरोमणि अमर क्रांतिकारी गुरदास राम अग्रवाल की जयंती 14 जुलाई को मनाई जाएगी मात्र 17 वर्ष की उम्र में आजादी के आंदोलन में अपना सर्वस्व लुटाने वाले एकमात्र अग्रवाल क्रांतिवीर है वैश्य शिरोमणि लाला लाजपत राय की हत्या का बदला लेने के लिए पूरी तैयारी के साथ गुरुदास राम अग्रवाल दौड़ पड़े जहां लाला जी की हत्या हुई थी इस क्रांतिकारी ने जब देखा है कि भगत सिंह चंद्रशेखर आजाद जैसे क्रांतिकारियों ने सांडर्स का वध कर दिया है गुरदास राम अग्रवाल देश को आजाद कराने के लिए कोई बड़ा काम बड़ी क्रांति करना चाहते थे अंग्रेज अफसरों की एक बैठक में बम फेंककर कई अंग्रेज अफसरों को मौत की नींद सुला देने वाले इस क्रांतिकारी ने अपने चार साथियों को भगाकर और स्वयं को ब्रिटिश पुलिस के हवाले कर दिया जेल में अनेक यातनाएं सहकार 15 15 दिन भूख और प्यास सहने के बाद भी साथियों के नाम नहीं बताए जल्लाद ब्रिटिश हुकूमत के अफसरों ने 17 साल के इस क्रांतिवीर को इतने कोड़े मारे के इनकी चमड़ी के रेशे हवा में लहराने लगे लेकिन यह क्रांतिवीर अंतिम समय तक अपने साथियों के नाम ना बता कर हमेशा हमेशा के लिए जेल में शहीद हो गया आइए हम सब मिलकर इस महान क्रांतिकारी की जयंती को पूरी श्रद्धा के साथ मनाएं
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