श्री राम के वंशज एवं सूर्यवंशी क्षत्रिय हैं सभी अग्रवाल
जय श्री राम. हर माता पिता को चाहिए की वह अपनी संतान को अपने इतिहास के विषय में अवश्य अवगत करवाए. सभी अग्रवंशियों से विनम्र निवेदन है की एक बार अग्रोहा धाम अवश्य होकर आएँ. जय श्री राम.
मित्रों आज हम आप सभी के समक्ष इतिहास के उन पन्नों को रखना चाहते हैं जिनके विषय में आजकी युवा पीढ़ी या तो कम जागरूक है और या तो बिल्कुल अन्भिग्य है.
अग्रवाल का अर्थ है महाराजा अग्रसेन के वंशज. महाराजा अग्रसेन के पिता थे महाराजा वल्लभ सेन. महाराजा वल्लभ सेन श्रीराम चंद्र की 34 वीं पीढ़ी पर थे. जिसका सीधा अर्थ है की हर अग्रवाल श्री राम का वंशज हैं. श्री राम सूर्यवंशी क्षत्रिय थे. राजकुल से थे. महाराजा अग्रसेन भी सूर्यवंशी क्षत्रिय हुए. किंतु उन्होने अपनी संतान को वैश्य वार्न अपनाने का आदेश दिया था इसीलिए आज सभी अग्रवाल स्वयं को बनिया अर्थात वैश्य समझते हैं. जबकि सत्य तो यह है की महाराजा अग्रसेन की हर संतान सूर्यवंशी क्षत्रिय एवं श्री राम चंद्र की वंशज है.
महाराज अग्रसेन की राजधानी अग्रोहा थी जो आज भी हरियाणा के हिसार जिले में स्थित है. हर अग्रवाल के लिए वह स्थान किसी तीर्थ स्थान से कम नहीं है. आज भी वहाँ महाराजा अग्रसेन के महल एवं पुरातन नगर के अवशेष अग्रोहा में मौजूद हैं. जहाँ पर महाराजा अग्रसेन से जुड़ी अनेक ऐतिहासिक वस्तुवें खुदाई में प्राप्त हुई हैं. अग्रोहा पहुँच कर ही आपको अग्रवाल होने का असल अर्थ समझ में आता है.
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