जेब में पैसे नहीं, मगर आँखों में सपने थे, मेहनत की और बना लिया 82 हजार करोड़ का साम्राज्य
प्रेरणा ही असली ताकत है जो कठिन से कठिन समय और बड़ी से बड़ी चुनौतियों का मुकाबला करने में हमारा साथ देता है। हमारे अंदर प्रेरणा का स्तर जितना ऊँचा होगा, असंभव को संभव करने की शक्ति भी उतनी ही प्रबल होगी। अफसोस की बात है कि आबादी का एक बड़ा हिस्सा ऐसी स्थिति में है जहाँ एक समय के बाद उनके भीतर की प्रेरणा पूरी तरह खत्म हो जाती है। अपने भीतर नई उर्जा और आशा का संचार करने के लिए हमें प्रेरणादायक कहानियां अवश्य पढ़नी चाहिए।
आज हम आपके सामने एक ऐसे ही प्रेरणादायक शख्सियत की कहानी पेश कर रहे हैं, जिन्होंने कारोबार की संभावनाओं को तलाशते हुए फूटी कौड़ी बिना भारत छोड़ विदेश रवाना हुए, और फिर अथक परिश्रम की बदौलत इतने बड़े साम्राज्य की स्थापना किये कि आज इनकी गिनती दुनिया के सबसे अमीर लोगों में होती है।
हम बात कर रहे हैं 44 साल की उम्र में दुनिया के सबसे युवा अमीरों की सूची में शुमार करने वाले टेक उद्यमी नीरज गोयल की सफलता के बारें में। लुधियाना के एक मध्यम-वर्गीय परिवार में जन्में और पले-बढ़े नीरज ने अपनी स्कूली पढ़ाई शिमला में की। स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया। साल 1988 में उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक फाइंनेंस टेक्नोलॉजी इंडस्ट्री के साथ जुड़कर की। यहाँ काम करते-करते गोयल ने फाइंनेंस टेक्नोलॉजी डेवलप करने के साथ-साथ नए-नए प्रयोग भी किए।
इस इंडस्ट्री में काम करते हुए उन्होंने तजुर्बे हासिल किये और साथ-ही-साथ एक बड़ी बिज़नेस संभावनाओं को भांपा। फिर अपना कारोबार शुरू करने की दिशा में रिसर्च करने शुरू कर दिए और सिंगापुर को सबसे बड़ा मार्केट पाया। इसी कड़ी में साल 2000 में उन्होंने खाली हाथ सिंगापुर का रुख किया। सिंगापुर में शून्य से शुरुआत कर उन्होंने एक फाइंनेंस टेक्नोलॉजी फर्म की आधारशिला रखी।
गोयल ने अपनी कंपनी के बैनर तले फाइनेंनशियल टेक्नोलॉजी और इंश्योरेंस सेक्टर में 50 से ज्यादा इनोवेशन किये और टेक मार्केट में अपनी पहचान बनाई। शुरूआती सफलता को आगे बढ़ाने के उद्येश्य से इन्होंने क्लोन एल्गो टेक्नोलोजी नाम से एक मल्टीनेशनल फाइनेंसियल एंड इंश्योरेंस फर्म को शुरू किया। वर्तमान में गोयल इस कंपनी के प्रेसिडेंट हैं। इसके साथ ही वो ड्रैगन होल्डिंग्स के चेयरमैन और कई और भी कंपनियों में सीनियर पदों पर है। उन्होंने सिंगापुर इनोवेशन लीग की स्थापना की और गोयल वैंचर के तहत कई कंपनियों में निवेश भी किया।
आज गोयल का नाम सिंगापुर समेत पूरी दुनिया के सबसे सफल कारोबारी की सूची में शूमार है। इतना ही नहीं उनके नाम देश के यंगेस्ट सेल्फ मेड बिलिनियर होने का खिताब है और वर्तमान में वे सिंगापुर के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति भी हैं। इनकी सालाना कमाई 12.95 बिलियन डॉलर (अर्थात् 82407 करोड़ रुपए) है। उनकी कंपनी एल्गोरिथम प्रोडक्ट बनाती है जो ट्रेडिंग के साथ क्रूड ऑयल के क्षेत्र में भी काम आता है।
लेख साभार: tribe.kenfolios.com/hindi/story/कभी-खाली-हाथ-गये-थे-देश-छोड़ kenfoliosFebruary 11, 2017
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