प्रिय मित्रो यह चिटठा हमारे महान वैश्य समाज के बारे में है। इसमें विभिन्न वैश्य जातियों के बारे में बताया गया हैं, उनके इतिहास व उत्पत्ति का वर्णन किया गया हैं। आपके क्षेत्र में जो वैश्य जातिया हैं, कृपया उनकी जानकारी भेजे, उस जानकारी को हम प्रकाशित करेंगे।
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Tuesday, September 26, 2023
ANUSH AGRAWAL -ASIAN GAMES GOLD WINNER
Friday, September 15, 2023
PAYAL GUPTA - OCEAN GLOB RACER
Wednesday, September 13, 2023
Anupriya Goenka Struggle Story
Tuesday, September 12, 2023
SWATI VARSHNEYA - THE INTERNATIONAL SKY DIVER
BANIA ATTACKS ZAMINDAR
#BANIA ATTACKS ZAMINDAR
Monday, September 11, 2023
MOURYA VANSHYA - A VAISHYA DYNESTY - मौर्य वंश के वैश्य होने के प्रमाण
MOURYA VANSHYA - A VAISHYA DYNESTY - मौर्य वंश के वैश्य होने के प्रमाण
मौर्य वंश महान भारत के महान राजवंशो में से एक हैं. यह वंश भारत का पहला सबसे बड़े राज्य का राजवंश था. इस वंश का पहला सबसे प्रतापी सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य था. सम्राट अशोक, बिन्दुसार, सम्राट सम्प्राती इसी वंश के थे. ओर भारत के सबसे महान सम्राटो में से एक थे. आज की तिथि में कई ओर जातिया अपने आप को मौर्य वंश का वंशज बताने लगी हैं. उनका नाम यंहा पर लेना बेकार हैं. और सबको पता हैं वो कौन जातिया हैं. मैं नीचे मौर्य वंश के वैश्य होने के कुछ प्रमाण दे रहा हूँ.
१. सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य का असली नाम चन्द्रगुप्त हैं. गुप्त उपनाम आदि काल से केवल और केवल वैश्य समुदाय के लिए प्रयुक्त किया जाता रहा हैं. मुरा चन्द्रगुप्त की माता का नाम था. मुरा के नाम पर ही चाणक्य ने मुरा का बेटा मौर्य उपनाम दिया था. चन्द्र गुप्त के पिता का नाम सूर्य गुप्त था. जो की नन्द वंश के समय में एक छोटे राज्य के राजा थे. जिन्हें घनानंद ने मरवा दिया था. और उनके राज्य में कब्जा कर लिया था.
२. चन्द्रगुप्त के बहनोई का नाम पुश्प् गुप्त था. जो की उस समय में सौराष्ट्र के राज्यपाल थे. उनका शिलालेख आज भी वंहा पर हैं जिसमे उनके वैश्य पुष्प गुप्त कहा गया हैं.
३. अपने अंतिम समय में चन्द्रगुप्त जैन पंथ का पालन करने लगा था. जैन १०० प्रतिशत वैश्य होते हैं.
४. सम्राट अशोक की धर्मपत्नी महारानी विदिशा के एक वैश्य नगर सेठ की पुत्री थी.
५. अशोक के पौत्र सम्राट सम्प्रति भी जैन हो गए थे.
६. अधिकतर इतिहास कारो, और आर्य मंजुश्री कल्प और विष्णु पुराण ने भी इस वंश को वैश्य बताया हैं.
७. वैश्य तेली समुदाय भी मौर्य वंश को अपना पूर्वज होने का दवा करता हैं.
८. बिहार में एक वैश्य जाति माहुरी चन्द्रगुप्त मौर्य की वंशज होने का दावा करती हैं.
९. सम्राट चाहे किसी भी वर्ण का हो पर उसे क्षत्रिय ही कहा जाता था.
इससे ज्यादा और क्या प्रमाण चाहिए.
Friday, September 8, 2023
SUDI, SODI, SOUNDIK VAISHYA
Thursday, September 7, 2023
KRISHNA JANM BHUMI - कृष्ण जन्म भूमि - A CONTRIBUTION OF MARWADI SETH
❤️ मारवाड़ी सेठों ने किया था कृष्ण जन्मभूमि का पुनरोद्धार ❤️
आज जहाँ शाही ईदगाह के चारों ओर और इसके चारों ओर एक नष्ट मंदिर के अवशेष देखे जा सकते हैं- इन खंडहरों के ऊपर एएसआई द्वारा एक अधिसूचना बोर्ड है जो 'कृष्ण जन्मभूमि' के रूप में पढ़ता है- इसके अलावा, एएसआई बोर्ड का कहना है कि 'यह वह जगह है जहां हिंदुओं का मानना है कि उनके भगवान कृष्ण का जन्मस्थान था- यह विश्वास हजारों साल पहले का है- '
यह स्थान कभी एक शानदार कृष्ण मंदिर था - 1618 में ओरछा के राजा वीर सिंह देव बुंदेला ने तैंतीस लाख की लागत से एक मंदिर बनाया था-
याद रखें, उन दिनों में 1 रुपए में 296 किलोग्राम चावल मिलता था- कोई केवल कल्पना कर सकता है कि उन दिनों के दौरान 33 लाख क्या रहे होंगे- 1670 में, औरंगजेब ने कृष्ण मंदिर को नष्ट कर दिया और इस शाही ईदगाह को अपने खंडहरों के शीर्ष पर बनवाया..
1804 में, मथुरा ब्रिटिश नियंत्रण में आ गया- ईआईसी ने जमीन की नीलामी की और इसे बनारस के एक अमीर #वैश्य बैंकर '#राजा_पटनीमल_अग्रवाल' ने 45 लाख में खरीदा (जिसमें वर्तमान शाही ईदगाह मस्जिद की जमीन भी शामिल थी) मुसलमानों ने अदालत में भूमि के स्वामित्व को चुनौती दी लेकिन इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने 1935 में राजा पटनीमल अग्रवाल के वंशज के पक्ष में फैसला सुनाया- राजा पटनीमल के वंशजों के पक्ष में फैसला सुनाने के बाद भी वे कृष्ण मंदिर का निर्माण शुरू नहीं कर पाये थे, स्थानीय मुसलमानों द्वारा लगातार धमकियों के कारण जब भी ऐसी कोई योजना सामने आई उपद्रवों व बाधायें पैदा होती रहीं..
जन्मभूमि मंदिर परिसर का शिखर मस्जिद से ऊंचा होगा इसकी रूपरेखा नित्यलीलालीन वैश्य #हनुमान_प्रसाद_पोद्दार जी "भाई जी" और स्वामी अखंडानंद सरस्वती जी ने बनाई थी... भाईजी ने ही कृष्णजन्मभूमि मंदिर परिसर में जजमान बनकर शिलान्यास और पूजन किया था...
1992 में जब वैश्य समाज के हिंदुत्व पुरोधा श्री #अशोक_सिंहल जी के नेतृत्व में बाबरी मस्जिद गिराई थी तब कृष्ण जन्मभूमि और काशी विश्वनाथ की मुक्ति की भी शपत राम भक्तों ने ली थी और सिंहल जी ने नारा दिया था - "अयोध्या तो पहली झांकी है, काशी मथुरा बाकी है।
#जय_श्री_कृष्णा
#जय_श्री_राम
#जय_वैश्य_समाज
Tuesday, September 5, 2023
NANDINI AGRAWAL - विश्व की सबसे कम उम्र की CA
NANDINI AGRAWAL - विश्व की सबसे कम उम्र की CA
मध्य प्रदेश के एक छोटे से शहर मुरैना की #नंदनी_अग्रवाल ने प्रथम स्थान लाकर देश का नाम दुनियाभर में रोशन कर दिया है नंदिनी अग्रवाल दुनिया की सबसे कम #उम्र की महिला चार्टर्ड एकाउंटेंट यानी CA बन गई हैं। दुनिया की सबसे कम उम्र की महिला सीए बनने की उपलब्धि हासिल करने के बाद नंदिनी अग्रवाल का नाम #गिनीज_वर्ल्ड_रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया है