मुझे गर्व है कि मैं लाला हूँ
कुछ लोग स्वामी रामदेव जी को अपमानित करने के लिए "#लाला" शब्द का प्रयोग कर रहे हैं, वो लोग लाला को नही जानते"
लाला" वो हैं जिन्होंने गांव, शहर अपनी जमीनें स्कूल, धर्मशाला, हस्पताल बनाने में दी।
लाला वो हैं जिन्होंने अपनी कमाई से स्कूल हस्पताल, औषधालय, धर्मशालाएं बनवाई ।
लाला वो हैं जो सर्दी में ठिठुरते गरीब को कम्बल देने रात को निकलते हैं ।
लाला वो हैं जो मंदिरों में कमरे, बरामदे, घण्टे, कूलर, ऐसी लगवाते हैं ।
लाला वो हैं जो मंदिर बनवाते हैं ।
लाला वो हैं जो गरीबों के भोजन केलिए भंडारे चलाते हैं ।
लाला वो हैं जो गरीब की कन्याओं की शादियों में खर्च करते हैं ।
लाला वो हैं जो इस देश की अर्थव्यवस्था को चलाते हैं ।
लाला वो हैं जो इनकम टैक्स और gst से देश का खजाना भरते हैं ।
लाला वो हैं जिनके टैक्स के पैसे से सरकारें चलती हैं ।
लाला वो हैं जो व्यापार से पैसा कमाते हैं ।
लाला वो हैं...जिन्होंने देश मे प्राइवेट सेक्टर में सरकार से 10 गुना ज्यादा 30-40 करोड़ रोजगार पैदा किये हैं ।
और व्यापार करना कोई अपराध या असामाजिक कार्य नही है ।
इसलिए लाला शब्द का इस्तेमाल सम्मान देने केलिए करो ना कि अपमान करने के लिए ।
"साभार ललित अग्रवाल जी भिवानी की फेसबुक वॉल से ।"
मुझे गर्व है कि मैं लाला हूँ,
गर्व से कहो हाँ हम लाला हैं,
भामाशाह हैं,
सेठ हैं,
सूर्यवंशी हैं,
महाराजा अग्रसैन के वंशज है ।
#एक_रुपया_एक_ईंट जैसी महानतम समाजवादी नीति देने वाले महाराजा अगरसैन जी की बात आज यह प्रमाण करती है कि सभी 36 बिरादरी सहित पूरी दुनिया के लोगों को उन्होंने राह दिखायी है।
एक लाला