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Thursday, May 6, 2021

PRATEEK GANDHI - प्रतीक गांधी का संघर्ष

PRATEEK GANDHI - प्रतीक गांधी का संघर्ष

प्रतीक गांधी का संघर्ष:'स्कैम 1992' के एक्टर ने बताया- सूरत में आई बाढ़ ने छीन लिया था हमारा घर, फिर पूरा परिवार एक रूम-किचन वाले घर में रहा

प्रतीक गांधी एक भारतीय थिएटर और फिल्म अभिनेता हैं, जो मुख्य रूप से गुजराती थिएटर और सिनेमा में काम करते हैं। उन्हें २०२० में सोनी लिव पर प्रदर्शित की गयी जीवनी श्रृंखला स्कैम १९९२ में हर्षद मेहता की भूमिका के लिए खूब लोकप्रियता मिली।

प्रतीक गांधी का जन्म सूरत गुजरात एक वैश्य परिवार में  हुआ था। उनके माता-पिता जो शिक्षक थे। उन्होंने सूरत में अध्ययन किया जहां वह थिएटर कला में शामिल थे। वह डॉक्टर बनना चाहते थे, लेकिन स्कूल में कम ग्रेड के कारण महाराष्ट्र में औद्योगिक इंजीनियरिंग का विकल्प चुना। उन्होंने स्नातक किया और दिन में रिलायन्स इण्डस्ट्रीज में इंजीनियर के रूप में काम करने लगे और शाम को थिएटर करने लगे। उन्होंने सातारा और पुणे में राष्ट्रीय उत्पादकता परिषद के साथ काम किया और बाद में मुंबई में एक बहुराष्ट्रीय निगम के लिए भी काम किया।

प्रतीक गांधी को फिरोज भगत, अपरा मेहता, विप्रा रावल के साथ एक गुजराती नाटक आ प्यार के पेले पार में काम करने का अवसर मिला। यह नाटक व्यावसायिक रूप से सफल रहा। उन्हें गुजराती रंगमंच के एक अन्य कलाकार मनोज शाह के साथ भी अभिनय करने का मौका मिला। उन्हें गुजराती फिल्म बे यार (2014) में एक भूमिका मिली जो व्यावसायिक रूप से सफल रही। उन्होंने कई हिट नाटकों जैसे मेरे पिया गए रंगून, हू चंद्रकांत बख्शी के साथ-साथ अमे बढ़ा साठे तो दूनिया लाइये माथे जैसे थिएटर में काम करना जारी रखा, जिसमें उन्होंने कई भूमिकाएँ निभाईं। मोहन का मसाला के लिए उनका नाम लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स में भी शामिल है; इसमें उन्होंने एक ही दिन में तीन भाषाओं, अंग्रेजी, हिंदी और गुजराती में एक मोनोलॉग का प्रदर्शन किया था। उन्होंने रोंग साइड राजू (2016) में मुख्य भूमिका निभाई, जो व्यावसायिक रूप से सफल भी हुई। इस फिल्म ने सर्वश्रेष्ठ गुजराती फिल्म का राष्ट्रीय पुरस्कार भी जीता।

2020 की हंसल मेहता द्वारा निर्देशित वेब सीरीज़, स्कैम 1992 में उन्होंने हर्षद मेहता की भूमिका निभाई  जो एक ब्लॉकबस्टर साबित हुई।

प्रतीक के माता-पिता पेशे से शिक्षक हैं। उन्होंने टेलीविजन और थिएटर अभिनेत्री भामिनी ओझा से 2009 में शादी की थी। उनकी एक बेटी है जिनका नाम मिराया है और उनका जन्म 2014 में हुआ था। उनके छोटे भाई का नाम पुनीत गांधी है, जो पेशे से एक डिजाइनर है, लेकिन उन्होंने लव नी भवई के गाने "अठैदा करे चे" में आवाज दी।[


पिछले साल रिलीज हुई वेब सीरीज 'स्कैम 1992' में निभाए गए हर्षद मेहता के किरदार ने प्रतीक गांधी को रातोंरात स्टार बना दिया। हाल ही में एक बातचीत में प्रतीक ने हंसल मेहता के निर्देशन में बनी इस वेब सीरीज से पहले वाली जिंदगी के बारे में बताया। उनके मुताबिक, घर चलाने के लिए उन्होंने टीवी टावर लगाने और एंकरिंग करने जैसे काम भी किए हैं। इतना ही नहीं, 2006 में सूरत में आई बाढ़ में जब उनका घर तबाह हो गया तो उन्होंने और उनके पूरे परिवार ने एक रूम और किचन वाले घर में रहकर गुजारा किया है।

प्रतीक गांधी ने 'ह्यूमंस ऑफ बॉम्बे' को बताई अपनी कहानी में कहा- जब मैंने पहला स्टेज परफॉर्मेंस दिया, तब मैं चौथी कक्षा का छात्र था। यह सिर्फ पांच मिनट का स्किट था। लेकिन तब मुझे जो तालियां मिलीं, वे मेरे साथ रह गईं। यहीं से मेरा अभिनय प्रयास शुरू हुआ और जल्दी ही मेरे टीचर्स ने मुझे दूसरे प्लेज में शामिल कर लिया। लेकिन हम मिडिल क्लास थे। पापा सपोर्टिव थे। लेकिन वे कहते थे- 'पहले डिग्री लो, फिर जो करना हो करो।' इसलिए मैं इंजीनियरिंग करने चला गया। तब भी मैं छोटे-मोटे प्ले कर रहा था। इश्क तो एक्टिंग से ही था।


ग्रैजुएट होने के बाद मैं बॉम्बे चला गया। 4 साल तक मैंने एक प्रोजेक्ट में इस आधार पर काम किया कि मैं एक्टिंग कर सकूं। लेकिन तब महीने की कोई इनकम नहीं थी। इसलिए मैंने टीवी टावर इनस्टॉल और एंकरिंग करने जैसे अजीब काम किए। लेकिन 2006 में सूरत में आई बाढ़ ने हमारा घर छीन लिया। मेरी फैमिली मुंबई आ गई और हम चारों एक रूम-किचन वाले घर में रहने लगे।

शादी के बाद हम 5 लोग उस छोटी सी जगह में रह रहे थे। इसलिए मैंने फुल टाइम जॉब पकड़ा। तब भी मैं काम से पहले और बाद में दो घंटे रिहर्सल करता था। यह मैंने 6 साल तक किया। आखिरकार मुझे एक गुजराती फिल्म में काम मिला। मैंने काम से 22 दिन की छुट्टी ली और शूटिंग की। कभी-कभी शूट के ठीक बाद मेरे पास काम के लिए कॉल आता था। शूटिंग पूरी होने के बाद मैं काम पर लौट गया। मैंने फिल्म का प्रमोशन भी नहीं किया।

खुशकिसमती से 'बे यार' (गुजराती डेब्यू फिल्म) रातोंरात हिट हो गई। मैं मेनस्ट्रीम गुजराती एक्टर बन गया। इसलिए जब मेरे पास अगली फिल्म का ऑफर आया तो मैंने रिस्क लिया और 36 साल की उम्र में जॉब छोड़ दिया। जबकि मुझपर घर का लोन था, एक बच्चा था, फिर भी यह सही लगा। मैंने कुछ हिंदी फिल्मों और वेब सीरीज में काम किया। लेकिन मुझे बड़ा ब्रेक तब मिला, जब हंसल मेहता की टीम ने मुझे कॉल किया। मैं 'स्कैम 1992' में हर्षद मेहता के रोल के लिए शॉर्ट-लिस्टेड हो गया था। मैं कदमों में गिर गया। उनकी पुरानी न्यूज क्लिप देखने से लेकर स्टॉक मार्केट के बारे में पढ़ने तक मैंने सबकुछ किया।

प्रतीक की मानें तो वेब सीरीज रिलीज होने के बाद उन्हें अहसास नहीं था कि यह इतनी बड़ी हिट हो गई है। फिर शबाना आजमी ने उन्हें बताया कि उन्होंने 20 साल का सबसे अच्छा परफॉर्मेंस देखा है। यह सुनकर प्रतीक की आंखों में आंसू आ गए थे। वे कहते हैं- मेरी पत्नी खुश थी। जब सीरीज के लिए मुझे आइफा अवॉर्ड मिला तो पैरेंट्स की खुशी का ठिकाना नहीं था।

प्रतीक ने आगे कहा- स्कैम की रिलीज को 5 महीने हो गए हैं और मेरी जिंदगी ने 180 डिग्री का टर्न ले लिया है। लोग अब मुझे लीड एक्टर के तौर पर देखते हैं। जिंदगी ने जैसे एकदम रफ्तार पकड़ ली है। लेकिन यह सब इसलिए हुआ कि 36 की उम्र में मैंने कम्फ़र्टेबल होने की बजाय रिस्क लेने को चुना। क्योंकि रिस्क है तो इश्क है।

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