PEEYUSH GOYAL COMMERCE MINISTER
पहली बार लोकसभा चुनाव जीतने वाले Piyush Goyal की मोदी कैबिनेट में दोबारा एंट्री, ऐसा रहा राजनीतिक करियर
पीयूष गोयल ( Piyush Goyal ) रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में दोबारा शामिल होने वाले चुनिंदा मंत्रियों में से एक बने है । 60 वर्षीय गोयल ने रविवार को राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नई केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शपथ ली । गोयल ने 2024 के संसदीय चुनावों में मुंबई कांग्रेस के उपाध्यक्ष भूषण पाटिल को लगभग 3 57 608 मतों के अंतर से हराया था।
PM Modi Cabinet 2024: पीयूष गोयल रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में दोबारा शामिल होने वाले चुनिंदा मंत्रियों में से एक बने है। पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ने वाले गोयल 2014 और 2019 दोनों चुनावों में केंद्रीय मंत्री रहे। 60 वर्षीय गोयल ने रविवार को राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नई केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शपथ ली।
इतने मतों से पहली बार जीता लोकसभा चुनाव
गोयल ने 2024 के संसदीय चुनावों में मुंबई कांग्रेस के उपाध्यक्ष भूषण पाटिल को लगभग 3,57,608 मतों के अंतर से हराया। 2024 लोकसभा चुनाव में मुंबई उत्तर निर्वाचन क्षेत्र से बड़े अंतर से जीतने वाले गोयल ने 2019 के केंद्रीय मंत्रिमंडल में शुरुआत में रेल मंत्रालय और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय का कार्यभार संभाला था। बाद में उनसे रेल मंत्रालय वापस ले लिया गया और उन्हें खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई।
पहले रेल मंत्री और फिर रहा ऐसा राजनीतिक सफर
इससे पहले वह रेल और कोयला मंत्री (2017-19) थे और उन्होंने 2018 और 2019 में दो बार वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री का अतिरिक्त प्रभार भी संभाला था। वह बिजली, कोयला, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा (2014-2017) और खान (2016-17) के लिए राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थे।
2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में निभाई अहम भूमिका
अपने 35 साल के राजनीतिक करियर के दौरान गोयल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में विभिन्न स्तरों पर कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है। वे पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। 2019 के भारतीय आम चुनावों में वे घोषणापत्र और प्रचार समितियों के सदस्य थे। उन्होंने 2014 के भारतीय आम चुनावों के लिए भाजपा की सूचना संचार अभियान समिति का भी नेतृत्व किया।
कैसा हैं एकेडमिक रिकॉर्ड?
बात करें गोयल का एकेडमिक रिकॉर्ड की तो वो भी काफी शानदार रहा है। वे अखिल भारतीय स्तर पर चार्टर्ड अकाउंटेंट के रूप में दूसरे स्थान पर रहे और मुंबई विश्वविद्यालय में कानून में दूसरे स्थान पर रहे। वे एक प्रसिद्ध निवेश बैंकर रहे और उन्होंने शीर्ष निगमों को प्रबंधन रणनीति और विकास पर सलाह दी है। उन्होंने भारत के सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंक, भारतीय स्टेट बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा के बोर्ड में भी काम किया है।
श्री पीयूष गोयल (54) भारत सरकार में रेलवे मंत्री तथा वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री हैं । वे भारतीय संसद के उच्च सदन (राज्य सभा) के सदस्य हैं तथा पूर्व (2017 – 19) में रेलवे एवं कोयला मंत्री थे । उनके पास दो बार वर्ष 2018 और 2019 में वित्त एवं कारपोरेट कार्य मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार भी था । पूर्व में वे विद्युत, कोयला, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा (2014 -2017) और खान (2016 -17) में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) थे ।
श्री गोयल के कार्यकाल में भारतीय रेलवे ने वर्ष 2018 -19 में अब तक का सर्वोत्तम सुरक्षा रिकार्ड प्राप्त किया । इस रिकार्ड को सर्वांगीण उपायों जैसे बडी लाइन (बाड गेज) नेटवर्क से मानव रहित लेवल क्रांसिंग (यूएमएलसी) को हटाना, सुरक्षित कोचों का उत्पादन आदि के माध्यम से प्राप्त किया गया । इसके अतिरिक्त, श्री गोयल के कार्यकाल में दिल्ली और वाराणसी के बीच चलने वाली प्रथम स्वदेशी अर्ध उच्च गति रेलगाड़ी वंदे भारत एक्सप्रेस का शुभारंभ हुआ ।
विद्युत, कोयला, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालयों में भारत के विद्युत क्षेत्र में रूपांतरकारी परिवर्तन का संचालन हुआ जिसमें देश के कुछ सबसे दूरस्थ और अगम्य लगभग 18,000 बिजली रहित गांवों के विद्युतीकरण की फास्ट ट्रैकिंग, अब तक के सबसे व्यापक बिजली क्षेत्र सुधार (उदय) को आरंभ करना, ऊर्जा दक्षता के लिए विश्व के सबसे बडे एलईडी बल्ब वितरण कार्यक्रम (उजाला) की सफलता और विश्व के सबसे बडे नवीकरणीय उर्जा विस्तार कार्यक्रम के माध्य से नवीकरणीय उर्जा का व्यापक प्रसार शामिल है ।
अन्य उपलब्धियों में भारत उर्जा सुरक्षा में सुधार करने के लिए कोयले की कमी को दूर करना तथा कोयला ब्लॉकों की पारदर्शी ई बोली का सफलतापूर्वक आयोजन कराना शामिल है । भारत के उर्जा क्षेत्र में पथ प्रदर्शक परिवर्तनों के लिए उन्होंने वर्ष 2018 में चौथा वार्षिक कार्नो पुरस्कार भी प्राप्त किया ।
अपने 35 वर्ष के लंबे राजनीतिक कैरियर के दौरान, श्री गोयल ने विश्व की सबसे बडी राजनीतिक पार्टी, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में विभिन्न स्तरों पर कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है और इसकी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल हैं । वे पार्टी के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष रहे हैं । वर्ष 2019 के भारतीय लोकसभा के आम चुनावों में वह मेनिफेस्टों और प्रचार समितियों के सदस्य थे । उन्होंने भारतीय लोकसभा के वर्ष 2014 आम चुनाव में भाजपा की सूचना संचार अभियान समिति का भी नेतृत्व किया ।
श्री गोयल का शानदार शैक्षणिक रिकार्ड रहा है, वे अखिल भारत में दूसरे रैंक धारित चार्टड अकाउंटेंट तथा मुबंई विश्वविद्यालय में लॉ में दूसरे रैंक धारक हैं । वे प्रख्यात निवेश बैंकर थे तथा प्रबंधन कार्यनीति एवं विकास पर प्रमुख कारपोरेटों को परामर्श दिया है । उन्होंने भारत के सबसे बडे वाणिज्यिक बैंक, भारतीय स्टेट बैंक और बैंक आफ बडौदा के बोर्ड में भी कार्य किया । उन्हें भारत सरकार द्वारा वर्ष 2002 में नदियों की इंटरलिंकिग के लिए कार्य बल में भी नामित किया गया था ।
उनके पिता, स्वर्गीय श्री वेद प्रकाश गोयल केन्द्रीय नौवहन मंत्री थे तथा दो दशकों से अधिक भाजपा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष थे । उनकी माता चंद्रकांता गोयल जी मुबंई से महाराष्ट्र विधान सभा के लिए तीन बार चुनी गई थीं । उनका विवाह एक सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता सीमा जी से हुआ है और उनके दो बच्चे – ध्रुव और राधिका हैं दोनों बच्चों ने हार्वड विश्वविद्यालय, अमेरिका से स्नातक की उपाधि प्राप्त की है ।
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