BABA NAYAK - वैश्य समाज कुल देवता
बाबा नायक के रूप में होती विष्णु की पूजा
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करौं (देवघर): प्रखंड मुख्यालय से लगभग 15 किमी दक्षिण गंजेबारी में स्नेहस्थल के रूप में प्रसिद्ध नायकधाम में वार्षिकोत्सव 10 व 11 अप्रैल को होगा। इसकी तैयारी जोर-शोर से चल रही है। प्रत्येक वर्ष चैत्र पूर्णिमा को नायकधाम में दो दिवसीय कार्यक्रम होता है। प्रथम दिन झारखंड, बिहार, बंगाल, ओडिशा समेत अन्य राज्यों से बड़ी संख्या श्रद्धालु पूजा-अर्चना करने पहुंचते हैं। इस दिन कई धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं। बाबा का श्रृंगार व पूजन के बाद प्रसाद वितरण व सामूहिक भोज होता है। संध्या बेला में नायक चालीसा व रात में भजन कीर्तन होता है।
दूसरे दिन कोलकता के बाबा नायक सेवा ट्रस्ट की ओर से तैली वैश्य साहू समाज का सम्मेलन होता है। दो दिनों तक नायकधाम में भक्ति की अविरल धारा बहती है। पूजा को देखते हुए प्रशासन की ओर से सुरक्षा का विशेष इंतजाम किया जाएगा।
जानकारी हो कि पूर्व में यहां आयोजन के दौरान पुलिस व पब्लिक में भिड़ंत होने के कारण कई राउंड गोलियां भी चलानी पड़ी थी। थाना प्रभारी विनोद कुमार ¨सह ने बताया कि दंडाधिकारी के साथ अतिरिक्त पुलिस बल की भी तैनाती की जाएगी।
वैश्य समाज के कुल देवता हैं बाबा नायक
बाबा नायक को वैश्य समुदाय का कुल देवता माना जाता है। प्रतिवर्ष यहां झारखंड समेत ओडिशा, बिहार, बंगाल आदि प्रदेशों से वैश्य व वणिक समुदाय के सैकड़ों भक्तगण दर्शन एवं पूजा अर्चना करने पहुंचते हैं। धाम में मिट्टी के नौ पिंड बने हैं। पांच मंदिर के अंदर व चार ¨पड बाहर ईमली पेड़ के नीचे स्थित है। भक्तगण इन ¨पडियों की पूजा करते हैं। यहां मुख्य तौर पर चैत्र, कार्तिक व माघ मास में पूजा होती है। भगवान विष्णु की पूजा बाबा नायक के रूप में की जाती है। उन्हें वैश्य व वणिक समुदाय का सृष्टिकर्ता माना जाता है।
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