VAISHYA PUSHYA GUPT - पुष्यगुप्त
बौद्ध साहित्य एवं अशोक के अभिलेखों से स्पष्ट होता है कि मौर्य साम्राज्य अनेक प्रान्तों में विभक्त था और राजकुल के ही कुमार प्रायः उनके राज्यपाल या गवर्नर हुआ करते थे। रुद्रदामन (150 ई०) के जूनागढ़ अभिलेख से पता चलता हैं कि चन्द्रगुप्त मौर्य ने सौराष्ट्र (गुजरात) को अपने साम्राज्य का एक प्रान्त बनाया था और वहां एक प्रान्तपति नियुक्त किया था जो वैश्य वंश का था, जिसका नाम पुष्यगुप्त था। पुष्यगुप्त सम्राट चन्द्रगुप्त मौर्य का बहनोई था. उसने वहां जनता के हित के लिये विशाल सुदर्शन झील का निर्माण कराया था (मौर्यस्य राज्ञः चन्द्रगुप्तस्य राष्ट्रियेण वैश्येन पुष्यगुप्तेन कारितः ॥) 150अ
अतः स्पष्ट है कि पुष्यगुप्त मौर्य साम्राज्य के सौराष्ट्र प्रान्त का राज्यपाल था।
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