VAISHYA YASH - PURPRADHAN
कलचुरि अभिलेखों में यश नामक वैश्य का उल्लेख रत्नपुर के 'पुरप्रधान' (नगराध्यक्ष) के रूप में अनेक बार आया है। 171 पुरप्रधान का तादात्मय हम गुप्तकाल के नगर प्रमुख से कर सकते हैं। स्थानीय प्रशासन में यह एक महत्त्वपूर्ण पद होता था। गुप्त काल में वैश्य चक्रपालित इसी पद पर नियुक्त था।
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