#HARDOYE KHARE VAISHYA
हरदोये खरे वैश्य
उपनाम
लोहिया, ११. लखपज, १२. गजिया, १३ चौमेका, १४, रहीलिया, १५ खण्ड पराग, १६. चोरहा, १७. सरवटिया, १८. तेलहार, १९. सनिमारी, २० पनपका, २१. कुलचौर, २२. फुलरना, २२. मोहम सीहलह।
एक प्रशंसनीय बात यह है कि सब बन्धु अपने नाम के आगे न तो अपनी अल्ल लिखते हैं, न गोत्र न गुप्ता शब्द बल्कि सतत वैश्य प्रत्यय ही नाम के आगे जोड़ते हैं। जो कि स्तुत्य एवं अनुकरणीय है।
अद्यतन मुख्य पदाधिकारी निम्न प्रकार हैं। यह सज्जन वैश्य एकता परिषद की लखनउ वाली विशाल बैठक में सितम्बर ९५ में मुझसे मिले थे तथा अपना साहित्य दे गये थे। अध्यक्ष श्री श्रीराम वैश्य सीतापुर निवासी मिश्रित, महामंत्री एवं पत्रिका सम्पादक श्री सुम्पर लाल वैश्य निवासी लखनऊ।
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