#HARIPRIYA MAHALAXMI TEMPLE PUNE - BY RAJKUMAR AGRAWAL
पुणे में बनाया हुआ हरिप्रिया महालक्ष्मी का भव्य मंदिर... जिसका निर्माण राजकुमार अग्रवाल परिवार ने करवाया है..
श्री राजकुमार अग्रवाल जी सपत्नीक
महालक्ष्मी महाराजा अग्रसेन और अग्रवाल कुल की कुलदेवी हैं.. श्री अग्रोहा धाम में भी एक विशाल महालक्ष्मी मंदिर है और अभी एक अष्ट लक्ष्मी और महालक्ष्मी मंदिर निर्मित है
यही राम की सीता, कृष्ण की राधा रुक्मिणी, नरसिंह की नामगिरी, कल्कि की वैष्णवी, श्रीनिवास की पद्मावती है, यज्ञ वाराह की दक्षिणा हैं, रंगनाथ की गोदा, दत्तात्रेय की अनघ लक्ष्मी और वामन की पद्मा व बुद्ध की यशोधरा भी यही हैं.. 



जिन्होंने महालक्ष्मी रूप से कोल्हासुर का, सीता रूप में सहस्र रावण का, रुक्मिणी रूप से ढिंढासूर का, राधा रूप से हर्षण और मर्षण का, सत्यभामारूप से नरकासुर का और अनघ लक्ष्मी रूप से जांभासुर का संहार किया है
जहां वेद पारंगत द्विजों द्वारा श्रीसूक्त हरिप्रिया की आराधना करते हैं.. यहां जगदम्बा भगवती 15 किलो सोने की साड़ी पहनती हैं जो की 16 करोड़ की है
यहां दीपावली और नवरात्रि पर विशेष रूप से सर्व लोक की जननी भगवती हरिप्रिया महालक्ष्मी की आराधना होती है..
SABHAR: PRAKHAR AGRAWAL
No comments:
Post a Comment
हमारा वैश्य समाज के पाठक और टिप्पणीकार के रुप में आपका स्वागत है! आपके सुझावों से हमें प्रोत्साहन मिलता है कृपया ध्यान रखें: अपनी राय देते समय किसी प्रकार के अभद्र शब्द, भाषा का प्रयॊग न करें।