CHAMUND RAY - चामुंड राय - एक महान सेनापति
ये दक्षिण भारत के राजा राचमल्ल के मंत्री और सेनापति थे। चामुण्ड राय का नाम 'गोम्मट' था और 'राय" राजा राचमल्ल द्वारा मिली हुई पदवी थी, इसलिये गोम्मट राय नाम से भी इनका उल्लेख मिलता है। राचमल्ल (चतुर्थ) का राज्यकाल शक संवत 896 से 906 (वि० सं० 1031-41) तक माना जाता है। चामुण्डराय केवल महामात्य (मंत्री) ही नहीं वीर सेनापति भी थे। उन्होंने अपने स्वामी के लिये अनेक युद्ध जीते थे। उन्होंने गोविन्दराज, वेकोंडुराज आदि अनेक राजाओं को परास्त किया था और इसके उपलक्ष में उन्हें समर-धुरन्धर, वीरमार्तण्ड, रणरंगसिंह, वैरिकुल-कालदण्ड, असहायपरिक्रम, प्रतिपक्षराक्षस, भुजविक्रम, समर-परशुराम आदि विरुद प्राप्त हुये थे। अपनी सत्यप्रियता के कारण ये सत्य युधिष्ठिर भी कहे जाते थे ।183 चामुण्डराय जैन धर्म के उपासक होने के साथ ही साथ उच्चकोटि के साहित्यकार भी थे।
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